गुरु ही सारगर्भित शब्द : बीडीओ
सुपौल। प्रखंड मुख्यालय स्थित ललित बालिका विद्यापीठ उच्च विद्यालय गणपतगंज के प्रागंण में चल रहा डीए
सुपौल। प्रखंड मुख्यालय स्थित ललित बालिका विद्यापीठ उच्च विद्यालय गणपतगंज के प्रागंण में चल रहा डीएलएड शिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो गया। समापन समारोह का शुभारंभ प्रखंड विकास पदाधिकारी सुभाष कुमार, प्रमुख चंदा देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। बीडीओ ने कहा कि गुरु शब्द ही सार गर्भित शब्द है। गुरु की महत्ता के बारे में कुछ कहना सूर्य को दिया दिखाने के बराबर है। बीडीओ ने चाणक्य से लेकर चंद्रगुप्त मौर्य काल से चली आ रही गुरु-शिष्य परम्परा और समाज में उनके मान-सम्मान पर विस्तृत चर्चा कर गुरु की महत्ता को बरकार रखने का उपस्थित प्रशिक्षु शिक्षक से अपील किया। उन्होंने शिक्षक को वर्ग कक्ष में शिष्यों के साथ बर्ताव एवं पाठ योजना तैयार करने के कई गुर सिखाए। पूर्व प्रधान सह शिक्षाविद नागेश्वर विराजी ने अपने संबोधन में अपने सेवाकाल में पठन-पाठन कार्य मे मिली अनुभूतियों से शिक्षको को रुबरु कराया। केंद्र समन्वयक सह विद्यालय वरीय शिक्षक आलोक राज ने प्रशिक्षण दौरान बताए प्रमुख पहलुओं पर चर्चा करते शिक्षकों से अनुरोध किया कि अगर आप प्रशिक्षण में बताए पहलुओं के साथ अपने कक्षा का संचालन करेंगे तो न केवल बच्चों की शिक्षा में गुणवत्ता आएगी। बल्कि सामज में आपकी पहचान भी एक अच्छे शिक्षक में होगी। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के संगीत शिक्षक उमेश झा ने अपने मधुर वाणी में स्वागत गान के साथ किया। मौके पर एनईओस डीएलएड प्रशिक्षक भवेश कुमार झा, नंदन कुमार, रामनरेश चौधरी, दिलीप दिनकर, पवन कुमार, गुलाब प्रसाद यादव, ब्रह्मनंद विमल, सचिन कुमार, भाष्कर राय, रेखा सिन्हा, रोशन राज, प्रणव प्रकाश, दीनबंधु, रामकृष्ण, शंकर, आसिफ, अमर, हरिनंदन सहित प्रशिक्षु शिक्षक मौजूद थे।