कांवरियों ने मंदिर के गेट पर ही किया जलार्पण
-सावन की पहली सोमवारी पर जिले के प्रसिद्ध बाबा तिल्हेश्वर नाथ महादेव मंदिर में भक्तों की नहीं उ
-सावन की पहली सोमवारी पर जिले के प्रसिद्ध बाबा तिल्हेश्वर नाथ महादेव मंदिर में भक्तों की नहीं उमड़ी भीड़।
जागरण संवाददाता, सुपौल : सावन की पहली सोमवारी पर जिले के प्रसिद्ध बाबा तिल्हेश्वर नाथ महादेव मंदिर में भक्तों की भीड़ नहीं उमड़ी। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंदिर के पट नहीं खोले गए थे। जानकारी के अभाव में जो लोग पहुंच गए थे उन्होंने बाहर से ही जलार्पण किया।
जानकारी देते हुए मंदिर समिति के सचिव तंत्राचार्य अरुण कुमार झा मुन्ना ने बताया कि मुंगेर एवं आगवानी घाट से दो सौ से अधिक कांवरिया गंगाजल लेकर आए थे जिन्होंने बाहर से ही जलाभिषेक किया। उन्होंने बताया कि पहले सावन में 30-40 हजार श्रद्धालु जलाभिषेक करते थे लेकिन इसबार यह संख्या पांच सौ के आसपास रही। मंदिर में स्थानीय थाना के द्वारा होमगार्ड के जवानों को लगाया गया था। तंत्राचार्य ने बताया कि विशेष श्रृंगार पूजा में भी दस से अधिक आदमी नहीं रहेंगे। वहीं क्षेत्र के कपिलेश्वर नाथ महादेव स्थान, भीमशंकर महादेव स्थान, हजारी महादेव की भी स्थिति अमूमन ऐसी ही रही। हालांकि प्रसिद्ध् शिवालयों को छोड़ छोटे-छोटे शिवालयों में सुबह में कहीं-कहीं पूजा अर्चना की गई लेकिन भीड़भाड़ से श्रद्धालु परहेज करते देखे गए। वैसे सावन की पहली सोमवारी पर लोगों ने दिनभर व्रत रखा और घरों पर ही बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। सावन में शिवालयों में गूंजने वाले हर हर महादेव की गूंज इसबार नहीं सुनाई पड़ी।