जल-जीवन-हरियाली को ले बिजली विभाग ने निकाली पदयात्रा
कुछ तो कोसी का कोप और कुछ नीति नियंताओं के कारण जिले की आधी से अधिक आबादी गरीब है। मतलब सरकार ने जो गरीबी को मापने के लिए रेखा खींची है उससे नीचे जीवन बसर करती है यहां की साढ़े बारह लाख की आबादी। नतीजा है कि रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। उद्योग-धंधे के नाम पर यहां ऐसा कुछ नहीं नहीं है जो परदेस जाते कदमों को थाम सके।
जागरण संवाददाता, सुपौल: जलजीवन हरियाली को लेकर बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित बिजली विभाग के कार्यालय से जिलाधिकारी महेंद्र कुमार की अगुवाई में पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा कार्यालय परिसर से निकलकर शहर के मुख्य मार्गों से गुजरता वापस कार्यालय परिसर पहुंचा। पदयात्रा में शामिल लोग जल जीवन व हरियाली को ले विभिन्न नारों लिखी तख्तियां पेड़-पौधे हैं वरदान, मत करो इसका अपमान, जल है तो जीवन है आदि लिए चल रहे थे। पर्यावरण बचाने और मनुष्य जीवन को बेहतर बनाने को ले लोगों के बीच जागरूकता फैला रहे थे। कार्यालय परिसर लौटने के बाद पदाधिकारियों द्वारा बिजली विभाग के कार्यालय और विद्युत शक्ति उपकेंद्र में पौधे लगाए गए तथा हरियाली का संदेश दिया गया। मौके पर विभागीय अधीक्षण अभियंता अजय कुमार रत्नाकर, कार्यपालक अभियंता आपूर्ति प्रशांत कुमार मंजू, कार्यपालक अभियंता परियोजना अजीत कुमार, राजस्व पदाधिकारी दीपक कुमार, सहायक अभियंता विशाल कुमार, श्याम किशोर, रिजवान अहमद, उत्तम कुमार,आशुतोष कुमार,आईटी मैनेजर प्रभात झा,राजीव कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे।