निर्मली में अधिकांश विभाग चलता प्रभार में, ससमय नहीं हो पाता निष्पादन
सिमराही बाजार स्थित एनएच 57 के बगल में होटल हेवन मैरिज हॉल का शुभारंभ मंगलवार को किया गया। जिसका उद्घाटन बिहार सरकार के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री सरवन कुमार जदयू राज्य परिषद सदस्य नरेंद्र पटेल घनश्याम जायसवाल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मेजर इकबाल अंसारी अनिल जायसवाल अमर कुमार चौधरी द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
संवाद सूत्र, निर्मली(सुपौल): प्रखंड क्षेत्र के कई कार्यालय पदाधिकारी एवं कर्मी के कमी का दंश झेल रहा है। नतीजा आम नागरिकों का जरूरी कार्य भी नहीं हो पा रहा है। पदाधिकारी विहीन कार्यालय प्रभारी पदाधिकारी के बलबूते चल रहा है। जानकारी अनुसार अवर निबंधन कार्यालय, नगर पंचायत कार्यालय, बाल विकास परियोजना कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय में विभागीय पदाधिकारी नहीं है। भूमि सुधार उप समाहर्ता अखिलेश्वर प्रसाद वर्मा को अवर निबंधन कार्यालय एवं नगर पंचायत कार्यालय का प्रभार दिया गया है। तो वहीं आरडीओ राम विजय पंडित को बाल विकास परियोजना कार्यालय का प्रभारी पदाधिकारी बनाया गया है। अंचलाधिकारी निर्मली विनोद कुमार गुप्ता मरौना अंचलाधिकारी के भी प्रभार में है। इतना ही नहीं कोषागार में कार्यरत प्रधान सहायक दयानंद मोची को अनुमंडल कार्यालय एवं अंचल कार्यालय का भी प्रभारी प्रधान सहायक का भार दिया गया है। अनुमंडल कार्यालय में कार्यरत नाजिर रविशंकर को बाल विकास परियोजना कार्यालय का प्रभारी प्रधान सहायक बनाया गया है। कमलपुर राजस्व हल्का में कार्यरत राजस्व कर्मचारी उमेश पासवान को कुनौली एवं बेलासिगार मोती राजस्व हल्का का प्रभार मिला है। नगर पंचायत के राजस्व हल्का के कर्मचारी रमेश गुप्ता को मझारी राजस्व हल्का का प्रभार होने के साथ-साथ अंचल निरीक्षक का भी प्रभार दिया गया है। ज्ञातव्य हो कि अनुमंडल कार्यालय में कार्यपालक दंडाधिकारी नमिता कुमारी के स्थानांतरण होने बाद आज तक कार्यपालक दंडाधिकारी का स्थान रिक्त है। हालांकि अनुमंडल पदाधिकारी नीरज नारायण पांडे ने कार्यपालक दंडाधिकारी के पद पर पदस्थापित किए गए पदाधिकारी के योगदान नहीं लिए जाने के संबंध में जिलाधिकारी को पत्राचार किया है।
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प्रभार का लाभ उठाकर पदाधिकारी एवं कर्मी नहीं रहते कार्यालय में पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के जिम्मे कई कार्यालय का प्रभार रहने के कारण किसी भी कार्यालय में ठीक ढंग से समय नहीं दे पा रहे हैं। पदाधिकारी एवं कर्मी से मिलकर अपना कार्य कराने के लिए दूरदराज क्षेत्र से आए आम नागरिकों को पदाधिकारी एवं कर्मी की खोज में कई कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। कितु किसी भी कार्यालय में पूरे दिन ढूंढने के बावजूद भी पदाधिकारी एवं कर्मी से लोगों को भेंट नहीं हो पाती है। थक हार कर लोग अपने घर वापस चले जा रहे हैं। प्रभार का लाभ उठाकर पदाधिकारी एवं कर्मी अपने निजी कार्य से बाहर चले जाते हैं या आवास पर आराम फरमाते होते हैं। प्रभारी पदाधिकारियों एवं कर्मियों की माने तो कार्य के बोझ तले थका सा महसूस होता है। जिससे किसी भी कार्यालय का कार्य समय पर करने में परेशानी हो रही है।
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पदाधिकारियों एवं कर्मियों की नियुक्ति को लेकर सरकार है उदासीन
क्षेत्र के आम नागरिकों की माने तो सरकार पदाधिकारी एवं कर्मी विहीन कार्यालयों में पदाधिकारी एवं कर्मी की नियुक्ति करने के प्रति उदासीन है। एक ही पदाधिकारी एवं कर्मी को कई विभाग का प्रभार देकर सरकार कार्य चला रही है। ऐसे में न तो सरकार का कार्य ही ढंग से हो रहा है और ना ही जनता सरकार द्वारा दिए गए जनउपयोगी लाभकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।