तुलापट्टी में चौथे दिन भी जमा अखाड़ा, लोगों का उमड़ा हुजूम
नौकरी मामले में आज देश मंदी के दौर से गुजर रहा है। निजी सेक्टरों में काम कर रहे करीब नब्बे लाख लोगों की नौकरी चली गई है। बिहार में विकास की स्थिति निराशाजनक बनी हुई है। नीतीश सरकार दबाव में काम करने को मजबूर है। सरकार की स्थिति ऐसी है कि वे चाहकर भी बलात्कार हत्या डकैती जैसे जघन्य अपराध पर लगाम नहीं लगा पा रही है। उक्त बातें कांग्रेस नेत्री सह पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कही।
संवाद सूत्र, कटैया-निर्मली(सुपौल): उमड़े जनसैलाब के बीच शनिवार को कुश्ती का अखाड़ा बना हुआ था पिपरा प्रखंड का तुलापट्टी गांव। अवसर था कार्तिक पूर्णिमा मेला के चौथे दिन अंतरजिला कुश्ती प्रतियोगिता का। कई जगहों से आए पहलवान जहां अपने दाव-पेंच से प्रतिद्वंदी को पटकनी दे रहे थे। वहीं कुश्ती देखने आए लोगों का खूब मनोरंजन कर रहे थे। इसी कड़ी में शनिवार को भी महिला व पुरूष पहलवानों की कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता के चौथे दिन मुखिया लक्ष्मीकान्त भारती ने पहलवानों से हाथ मिलाकर कर कुश्ती प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कुश्ती से शारीरिक विकास के साथ-साथ समाजिक सौहार्द बना रहता है। कहा कि खेल हमें अनुशासन का भी पाठ पढ़ाता है। आज के समय में खेल से भी अपना कैरियर बना सकते हैं। क्षेत्र का नाम रोशन कर सकते हैं, बल्कि अनुशासन रहना चाहिए। बोले कि ग्रामीण क्षेत्रों में कुश्ती का अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया था। लेकिन इस तरह के आयोजन कर हम अपने पूर्वजों की याद को ताजा करते हैं। इसके लिए तुलापट्टी ग्रामवासी धन्यवाद के पात्र हैं। प्रतियोगिता में भतरंधा के भीम पहलवान ने मोराखाप के विवेक पहलवान को, भतरंधा के राजकुमार पहलवान ने डंडारी के मंगल पहलवान को हराया। वहीं भतरंधा के छोटू पहलवान व खोनहा के विनोद पहलवान तथा कबियाही के संजीव पहलवान व सोनू पहलवान के बीच मुकाबला बराबरी पर छूटा। वहीं महिला वर्ग में हरियाणा के सरिता पहलवान ने जोनपुर के खुशी पहलवान को तथा जोनपुर के खुशी पहलवान ने हरियाणा के काजल पहलवान को पराजित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मेला अध्यक्ष रमन मंडल, महादेव मंडल, दयानंद चौधरी, विरेन्द्र पासवान, ललित कुमार,अंकु कुमार, मंटून कुमार, नवीन कुमार, महेश सिंह, दिनेश खतरी, प्रमोद कुमार, कुन्दन, अतुल आदि का सराहनीय योगदान रहा। प्रतियोगिता में उदघोषक में पूनम ठाकुर व निर्णायक में लाल साह थे। मौके पर भीम सिंह, परमेश्वरी मंडल, वीरेन्द्र चौधरी, हीरा मंडल, नागो मंडल, बीरेन्द्र मंडल, सुरेन्द्र मंडल आदि मौजूद थे।