नौ किमी दूर पैक्स मतदान केंद्र बनाए जाने पर लोगों ने किया विरोध
मशीनीकरण ने भले ही लोगों को सुख-सुविधा मुहैया कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा हो लेकिन कई परंपरागत चीजें विलुप्त हो गई या फिर विलुप्ति के कगार पर पहुंच गई है। मशीनीकरण से लोगों का चौका-चूल्हा भी अछूता नहीं रहा। रसोई में काम आने वाला जाता (अनाज पीसने वाला पत्थर का दो पाट) सिलबट्टा (मसाला पीसने वाला पत्थर का टुकड़ा) घरों से गायब होता जा रहा है। इसका असर यह है कि इसे बनाने और कूटने वालों का कारोबार बंद होने पर है। मिक्सी ग्राइंडर की मार इस रोजगार को लगभग बंद कर दिया है।
संवाद सूत्र, सरायगढ़(सुपौल): प्रखंड के झिल्ला-डुमरी पंचायत के लोगों ने जिलाधिकारी को एक आवेदन देकर पैक्स के मतदान हेतु वर्तमान पैक्स अध्यक्ष द्वारा अपने घर के निकट मतदान केंद्र बनवाने का कड़ा विरोध करते हुए इस पर तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया है। दिए गए आवेदन में पैक्स के मतदाताओं ने कहा है कि वर्तमान पैक्स अध्यक्ष ने स्थानीय पदाधिकारियों के मिलीभगत से उत्क्रमित मध्य विद्यालय बमभोली मंडल टोला वार्ड नंबर 10 में 2 बूथ करवा लिया है। उस जगह पर जाने के लिए पंचायत के वार्ड नंबर 1, वार्ड नंबर 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 के लोगों को लगभग 8 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी। उसी तरह वार्ड नंबर 15, 14, 13 तथा वार्ड नंबर 9 के लोगों को 4 किलोमीटर दूर जाकर मत डालना पड़ेगा। आवेदन में लोगों ने कहा है कि पंचायत के मध्य पंचायत भवन में बूथ होने से लोगों को यह कठिनाई नहीं होगी और लोग आसानी से मतदान करने जा सकेंगे। लेकिन सैकड़ों मतदाताओं की सुविधाओं को नजरअंदाज कर पैक्स अध्यक्ष के घर के निकट मतदान केंद्र बनवाना पैक्स अध्यक्ष की मनमानी को दर्शाता है। मतदाताओं का कहना है कि इससे निष्पक्ष मतदान संभव नहीं है। मतदाताओं ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि उस मतदान केंद्र को हटाकर पंचायत के मध्य पंचायत भवन में करवाया जाए। जिससे सभी लोग आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। आवेदन पर मु. महीबुल्ला, मु. अफरोज आलम, मु. नसीर, लाल मोहन शर्मा, नीरज कुमार, बेचन मेहता, अजीत कुमार मेहता, कृष्णदेव मेहता, जयकांत जाधव, सहदेव मेहता, राजकुमार, अरुण कुमार, मिथिलेश, मु. हाफिज, नरेंद्र साह, संगीता देवी सहित 43 लोगों के हस्ताक्षर हैं।