अब सुपौल रेलवे स्टेशन पर जल्द सुनाई देगी ट्रेन की सीटी
लंबे इंतजार के बाद सुपौल के लोगों को भी अब एक बार फिर से रेल सुविधा मुहैया होने जा रही है। सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड के सहरसा-सुपौल के बीच चल रहे अमान परिवर्तन कार्य को लेकर खुशखबरी है। इस माह ही इस रेलखंड पर सीआरएस निरीक्षण होने वाला है और ट्रायल ट्रेन चलेगी। अगले माह से गाडिय़ों का परिचालन सुनिश्चित होगा। इसको लेकर विभाग और संवेदक दिन-रात काम में जुटे हुए हैं।
जागरण संवाददाता, सुपौल: लंबे इंतजार के बाद सुपौल के लोगों को भी अब एक बार फिर से रेल सुविधा मुहैया होने जा रही है। सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड के सहरसा-सुपौल के बीच चल रहे अमान परिवर्तन कार्य को लेकर खुशखबरी है। इस माह ही इस रेलखंड पर सीआरएस निरीक्षण होने वाला है और ट्रायल ट्रेन चलेगी। अगले माह से गाडिय़ों का परिचालन सुनिश्चित होगा। इसको लेकर विभाग और संवेदक दिन-रात काम में जुटे हुए हैं। 8 मार्च 2019 से सहरसा से गढ़बरूआरी के बीच गाडिय़ों का परिचालन शुरू हो चुका है। अब गढ़बरूआरी से सुपौल के बीच भी ट्रेन की सीटी जल्द सुनाई देगी। सहरसा और सुपौल के बीच ब्लास्टिग और पैकेजिग का काम पूरा हो चुका है। सिग्नलिग और अन्य कार्य तेजी से हो रहा है। इधर सीआरएस निरीक्षण को लेकर रेलवे स्टेशन परिसर में भी कई निर्माण कार्य चल रहे हैं। कार्य की तेजी इस ओर इशारा कर रही है कि जल्द ही सुपौल रेलवे स्टेशन पर बड़ी रेल लाइन के ट्रेन की सीटी सुनाई देगी।
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सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड पर तीन चरण में लिया गया मेगा ब्लाक
कुसहा-त्रासदी के बाद छिन्न-भिन्न हुए रेल परिपथ को कुछ महीनों में तो सुचारू कर लिया गया। किन्तु अमान-परिवर्तन के नाम पर 20 जनवरी 2012 को फारबिसगंज और राघोपुर के बीच मेगा ब्लाक ले लिया गया। इस बीच फारबिसगंज और राघोपुर के बीच मिट्टी का काम किया गया। किन्तु फिर धीरे-धीरे कार्य में शिथिलता आ गई। कुछ वर्ष बाद अमान-परिवर्तन के नाम पर ही दूसरे चरण में राघोपुर और थरबिटिया रेलवे स्टेशन के बीच मेगा ब्लाक लिया गया। किन्तु अमान-परिवर्तन के नाम पर न के बराबर काम हुआ। 25 दिसंबर 2016 को तीसरे चरण में थरबिटिया और सहरसा के बीच मेगा ब्लाक लिया गया और यह पूरा इलाका रेल सुविधा से वंचित हो गया। लोगों को उम्मीद थी कि जल्द इस रेलखंड पर रेलगाड़ी दौड़ेगी। रेल परिचालन को लेकर डीआरएम से लेकर जीएम तक का दौरा इस रेलखंड पर हुआ। रेल परिचालन को लेकर कई आश्वासन दिए गए और मौखिक रूप से कई तिथि भी निर्धारित की गई। किन्तु समय पर अमान-परिवर्तन का कार्य नहीं होने के कारण इस रेलखंड पर गाड़ियों का परिचालन सुनिश्चित नहीं हो पाया।
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ब्लास्टिग और पैकेजिग का काम हो चुका पूरा
अमान-परिवर्तन के नाम पर चल रहे कार्यो के बीच 8 मार्च 2019 को सहरसा-गढ़ बरूआरी रेलवे स्टेशन के बीच रेल परिचालन सुनिश्चित कर दी गई और गढ़ बररूआरी सहरसा के बीच गाड़ियों की आवाजाही सुनिश्चित हो गई। बरूआरी तक रेल परिचालन सुनिश्चित होने के बाद बरूआरी और सुपौल के बीच अमान-परिवर्तन के काम में तेजी आई। रेलवे की प्राथमिकता जल्द से जल्द सुपौल रेलवे स्टेशन तक परिचालन सुनिश्चित करने की थी। नतीजा रहा कि अमान-परिवर्तन के कार्य को गति दी गई। पुल-पुलिया, मिट्टी का कार्य, ट्रैक बिछाने आदि के काम में तेजी लाई गई और अब तो सुपौल तक ब्लास्ट और पैकेजिग का काम भी पूरा कर लिया गया। अब बस इंतजार है सीआरएस निरीक्षण का। सीआरएस निरीक्षण के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि 15 नवंबर से सुपौल-सहरसा के बीच रेल का परिचालन सुनिश्चित कर दिया जाएगा और तीन साल से रेल सुविधा से बेजार सुपौल वासियों को भी रेल के माध्यम से आवागमन की सुविधा मिलेगी।