रत्नेश हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, तीन हत्यारोपी चढ़ा हत्थे
विश्वविद्यालय में खेल का माहौल बना है और हमारी राष्ट्रीय पहचान बन रही है। उक्त बातें प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली ने कही। वे अनूप लाल यादव महाविद्यालय में आयोजित पुरुष-महिला कुश्ती प्रतियोगिता के उद्घाटन पश्चात बोल रहे थे। प्रति कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय खेल के प्रति सजग है। खेल से भाईचारा बढ़ता है। बीएनएमयू के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
जेएनएन, राघोपुर/वीरपुर(सुपौल): जिले के चर्चित रत्नेश उर्फ छोटू हत्याकांड की गुत्थी सुलझाकर वीरपुर डीएसपी रामानंद कौशल के नेतृत्व में पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। मालूम हो कि 01 अक्टूबर 2019 को थाना क्षेत्र के नरहा मोड़ के समीप सड़क किनारे लावारिश अवस्था में शव को देखकर इलाके में सनसनी फैल गयी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का शिनाख्त रत्नेश कुमार पिता इंद्रदेव यादव के रूप में कर हत्या की इस पहेली को न केवल सुलझाया है, बल्कि घटना में संलिप्त तीन आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजने में भी सफलता हासिल की है। वीरपुर डीएसपी रामानंद कौशल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा गया है कि एक अक्टूबर 2019 को अशोक कुमार ग्राम नारायणपुर, मु. अल्ताफ ग्राम कमरैन अपने कुछ साथियों के साथ एक टेम्पू पर अवैध शराब लेकर रात्रि के करीब 10 बजे कहीं जा रहा था। टेम्पू पर लदे शराब को लूटने के नियत से रत्नेश कुमार उर्फ छोटू, मोनू कुमार ग्राम पुरानी भपटियाही एवं चंदन कुमार ग्राम दाहुपट्टी मोटरसाइकिल से पीछा किया। जहां रास्ते में विशनपुर गांव के समीप दोनों पक्षों में मारपीट हो गई और गोली तक चली जिसमें रत्नेश कुमार को गोली लग गयी। कहा गया कि रत्नेश को गोली लगने के बाद शराब माफिया शराब को छोड़ कर भाग गया। वहीं रत्नेश का साथी घायल अवस्था में उसे सिमराही रेफरल अस्पताल लाया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। वापसी के क्रम में मृतक के शव को नरहा मोड़ के समीप फेंक कर उसका साथी चला गया। इधर घटना के दिन ही भपटियाही थाना क्षेत्र के विशनपुर गांव के समीप शराब के साथ देशी कट्टा मिलने एवं नरहा में गोली मारकर लावारिश अवस्था में शव मिलने की अंदेशा से पुलिस दोनों मामलों को जोड़ कर चल रही थी जो अन्तत: सत्य निकला। जानकारी देते हुए वीरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने कहा कि घटना को लेकर अब तक के अनुसंधान में तीन अपराधी मु. अल्ताफ, मोनू कुमार एवं चंदन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत भेज दिया है। जबकि पुलिस के दबिश में आकर अशोक कुमार मुखिया न्यायिक हिरासत में आत्मसमर्पण कर दिया है। डीएसपी ने कहा कि इस घटना में संलिप्त अन्य आरोपी शराब माफिया की पहचान कर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही सभी पुलिस के गिरफ्त में होगा।