आफत की बारिश से समस्या हुई विकराल
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के पूर्वी छोर पर अवस्थित छिटही हनुमान नगर पंचायत में पक्की नली गली निर्माण में सरकार के उद्देश्यों की कई जगहों पर खुलेआम अनदेखी किए जाने का मामला सामने आ रहा है। जानकारी अनुसार पंचायत क्षेत्र में अधिकांश जगहों पर गली नली निर्माण में समूह के सुविधाओं को दरकिनार कर दिया गया है। पंचायत क्षेत्र में कुछ ऐसी योजनाओं का संचालन भी किया गया है जिसमें सिर्फ और सिर्फ एक ही परिवार को लाभ पहुंच रहा है।
सुपौल। विगत तीन दिनों से हो रही बारिश ने शहर की सूरत और सीरत बिगाड़ कर रख दी है। बारिश के कारण लोगों की दिनचर्या बिगड़ चली है और लोग तरह-तरह की समस्या से जूझ रहे हैं। जलजमाव ने शहर को अस्त व्यस्त कर रखा है। शहर की सिवरेज सिस्टम तो जैसे जवाब ही दे चुकी है। नतीजा है कि विगत कुछ दिनों से जलजमाव से जूझ रहे क्षेत्र आज भी इस समस्या से उबर नहीं पाए हैं और ऊपर से बारिश ने उस समस्या को और विकराल बना दिया है। शुक्रवार के बाद शनिवार को भी दिनभर बारिश होती रही। नतीजा रहा कि शहर में लोगों की आवाजाही भी थमी सी नजर आई। फुटपाथी दुकान तो जैसे गायब ही हो गए। शहर के दुकानदार भी दिनभर ग्राहक को बस ताकते ही रहे। जहां तक जलजमाव की बात है तो शहर का वह इलाका जहां पूर्व से ही जलजमाव है वहां की स्थिति और बदतर हो चली है। पुलिस लाइन जो विगत 10 दिनों से जलजमाव की समस्या से जूझ रहा है इस बारिश ने पुलिस लाइन की और समस्या बढ़ा दी है। अब तो पानी बैरक के बरामदे तक को छूने चला है। जवान घुटने भर पानी में पैंट मोड़ कर किसी तरह ड्यूटी के लिए आते और जाते हैं। पुलिस लाइन परिसर में खड़ी गाड़ियां भी जलजमाव में डूबी डूबी सी नजर आ रही है। पुलिस लाइन जाने वाली सड़क तो विगत 10 दिनों से जलमग्न है। वही बगल में पावर ग्रिड का भी नजारा कुछ ऐसा ही है। पावर ग्रिड का परिसर में जलजमाव की चपेट में है। हालांकि शनिवार को बारिश के बीच ही दो पंप सेट लगाकर पावर ग्रिड परिसर के पानी को निकालने का प्रयास चलता दिखा। अब चलते हैं शहर की ओर शहर में भी अधिकांश जगह नालियां जवाब दे गई है और बारिश का पानी सड़क पर या फिर सड़क किनारे जमा है। चकला निर्मली मोहल्ले में बारिश का पानी कई घरों में घुस आया है। दक्षिण रेलवे गुमटी के पूर्वी भाग में बसा मोहल्ला भी जलजमाव की चपेट में है और लोगों के घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है। यहां की सड़क पूरी तरह से जलजमाव की चपेट में है। इसके अलावा शहर के कई मोहल्ले जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। जहां तक नगर परिषद की बात है तो हर मानसून से पूर्व तैयारी का दावा करने वाली नगर परिषद की इस बारिश में हवा सी निकल चली है। शहर के लोग परेशान हैं कितु उनकी परेशानी को दूर करने के लिए ना तो प्रशासन कोई पहल कर रहा है और ना ही नगर परिषद ही आगे बढ़कर कोई उपाय खोज रही है। शहरवासी भगवान भरोसे हैं, जलजमाव की चपेट में हैं, बारिश के पानी को झेलने के लिए विवश हैं। लोगों का कहना है कि हर साल ऐसी ही नौबत से शहरवासियों को जूझना पड़ता है। जल निकासी के लिए जिस ड्रैनेज सिस्टम का निर्माण कराया जा रहा है वह अभी फिलहाल आधा अधूरा है। ऐसे में शहरवासी करें भी तो क्या करें जवाबदेही लेने को ना तो प्रशासन तैयार है और ना ही नगर परिषद।