अधर्म पर धर्म के विजय का प्रतीक है विजयादशमी
विजयादशमी के अवसर पर स्थानीय गांधी मैदान में मंगलवार को रावण वध का भव्य आयोजन किया गया। दशहरे के मौके पर सुपौल में परंपरा का रूप ले चुके रावण वध को लेकर पूरा शहर सुबह से ही तैयारी में जुटा दिखाई दे रहा था। माता की यात्रा पूजा के बाद हर किसी का रूटीन रावण वध के हिसाब से ही तय था। निर्धारित समय पर भगवान श्रीराम की विजय यात्रा निकाली गई।
सुपौल। विजयादशमी के अवसर पर स्थानीय गांधी मैदान में मंगलवार को रावण वध का भव्य आयोजन किया गया। दशहरे के मौके पर सुपौल में परंपरा का रूप ले चुके रावण वध को लेकर पूरा शहर सुबह से ही तैयारी में जुटा दिखाई दे रहा था। माता की यात्रा पूजा के बाद हर किसी का रूटीन रावण वध के हिसाब से ही तय था। निर्धारित समय पर भगवान श्रीराम की विजय यात्रा निकाली गई। यात्रा में तरह-तरह की झांकिया प्रस्तुत की गई। शहर में मुख्य सड़क के किनारे लोग भगवान राम की इस झांकी को देखने के लिये कतारबद्ध थे। राम, लक्ष्मण, हनुमान व उनकी बानरी सेना और साथ में अधर्म पर विजय पाने को चल रहे लोग। बीच-बीच में अपने रथ से उठकर हनुमान किनारे खड़े लोगों का अभिवादन करते और जय श्रीराम का उद्घोष हो उठता था। झांकी शहर के मुख्य मार्गों से गुजरकर गांधी मैदान पहुंची, जहां लंका दहन कर माता सीता को मुक्ति दिलाई गई और राम, लक्ष्मण के द्वारा रावण व मेघनाद का वध किया गया। रावण वध देखने के लिए पूरा शहर ही गांधी मैदान में उमड़ पड़ा था। मौके पर राजतिलक की औपचारिकता की गई। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाधिकारी महेन्द्र कुमार ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते कहा कि विजयादशमी का पर्व अधर्म पर धर्म के विजय का प्रतीक है। रावण वध हमें यह संदेश देता है कि हम अपने अंदर के बुरे व्यसनों का त्याग करें, अपने अंदर की बुराईयों पर विजय प्राप्त करें, समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने में अपनी सजग भागीदारी निभाएं। आज से समाज में यदि परिवर्तन दिखाई देगा तभी रावण वध के इस कार्यक्रम की सार्थकता होगी। पुलिस अधीक्षक मृत्युंजय चौधरी ने कहा कि धर्म हमेशा लोगों को अच्छे रास्ते पर चलने की ही नसीहत देता है। धर्म का हरेक पहलू बुरे व्यसनों, बुरी आदतों को त्यागना ही है। धन्यवाद ज्ञापन समिति के अध्यक्ष राघवेंद्र झा राघव के द्वारा किया गया। रावण वध कार्यक्रम के सफल संचालन को ले जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की भूमिका सराहनीय रही। पूजा समिति के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम में सफल संचालन में बढ़ चढ़ कर भूमिका निभाई।
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विजय जुलूस के दौरान दिखा सौहार्द का माहौल विजयादशमी के विजय जुलूस में सौहार्द का माहौल दिखा। शहर के हुसैन चौक पर वहां के लोगों ने जुलूस का गर्मजोशी से स्वागत किया। लोग एक दूसरे से गले मिले। जुलूस में चल रहे लोगों के लिये शरबत व पानी की व्यवस्था की गई थी।