जिलाधिकारी का आदेश रहा बेअसर, नहीं खुल सका बैंक
सुपौल। जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत एक भी बैंक को
सुपौल। जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत एक भी बैंक को रविवार को नहीं खोला गया। डीएम ने आदेश जारी कर रविवार को विशेष रूप से बैंकों को खोलने तथा छात्र-छात्राओं के खाते में छात्रवृत्ति, पोशाक तथा किताब मद की राशि भेजने को कहा था। लेकिन रविवार के दिन भपटियाही बाजार स्थित एक भी छात्र-छात्राओं के खाते में राशि नहीं भेजी गई। उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक भपटियाही में दिन भर ताला लटका रहा तो पंजाब नेशनल बैंक के गेट खुले भी तो शाखा प्रबंधक ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को यह कहते हुए वापस कर दिया कि उन्हें रिजर्व बैंक के द्वारा इस तरह का कोई आदेश प्राप्त नहीं है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोहर कुमार ने बताया कि रविवार के दिन अधिकांश विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के खाते में राशि जानी थी। छात्र-छात्राओं को पुस्तक की राशि नहीं मिलने के कारण बढ़ते आक्रोश को देखते हुए डीएम के स्तर से जिले भर के बैंकों को रविवार को छात्रवृत्ति पोशाक तथा पुस्तक मद की राशि निर्गत करने को कहा था। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि इसके बाद भी यदि छात्र-छात्राओं के खाते में राशि नहीं दी गई इससे शैक्षणिक कार्यों पर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उच्च अधिकारी को दे दी गई है। मालूम हो कि बीते कुछ माह से छात्र-छात्राओं के लंबित छात्रवृत्ति पोशाक कथा पुस्तक की राशि के कारण बार-बार परेशानी बढ़ती रही है। इसको लेकर जहां शिक्षकों द्वारा बैंकों में जाकर बार-बार प्रयास किया जाता रहा है वहीं आक्रोशित छात्र छात्रा सड़क पर भी उतरते रहे हैं। छात्र-छात्राओं को बिना किताब के 8 माह तक स्कूलों में बैठने की मजबूरी बनी रही है।