हल्ला बोल-दरवाजा खोल सम्मेलन की तैयारी को लेकर रालोसपा ने की बैठक
सुपौल। देश के न्यायपालिका व्यवस्था में कोलोजियम प्रणाली के खात्मे को लेकर राष्ट्रीय लोक समता प
सुपौल। देश के न्यायपालिका व्यवस्था में कोलोजियम प्रणाली के खात्मे को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी द्वारा 26 नवंबर को पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित हल्ला बोल-दरवाजा खोल सम्मेलन की तैयारी को लेकर रविवार को स्थानीय व्यापार संघ के सभा भवन में पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मपाल कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय वरीय उपाध्यक्ष शंकर आजाद ने कहा कि जब तक न्यायपालिका में सामाजिक न्याय नहीं आएगा, तब तक सामाजिक न्याय की अवधारणा पूरी नहीं होगी। भारत के उच्च एवं सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति की कोलोजियम प्रणाली असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है। इस व्यवस्था के लागू रहने के कारण रिक्त पदों पर बहाली के लिए कोई विज्ञापन नहीं होता है और न ही आवेदन लिया जाता है। बस पांच न्यायाधीश बंद कमरे में किसी का चयन उसी प्रकार करते हैं जैसे कि कोई राजा अपने उत्तराधिकारी का। जिसके कारण उच्च और सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश की कुर्सी कुछ परिवारों के बीच सिमट कर रह गई है। ऐसी व्यवस्था लागू रहने के कारण न्यायालय में महिला, दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, अकलियत तथा गरीब सवर्णों का प्रतिनिधित्व नगण्य है। सामाजिक न्याय की लड़ाई को पूरी करने के लिए न्यायपालिका का लोकतांत्रिक करण अनिवार्य है और इसके लिए जन आवाज को बुलंद करना होगा। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में यह पहली पार्टी है जिसने न्यायपालिका की व्यवस्था पर प्रश्न उठाया है। इसके लिए अन्य राजनीतिक दल को भी साथ देना चाहिए। ताकि देश में लोकतंत्र बचा रहे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि रालोसपा एनडीए गठबंधन का सबसे पहला सहयोगी दल था और आज भी एनडीए के साथ है। उन्होंने कहा कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा होंगे। यह पार्टी कार्यकर्ताओं का विश्वास है। उन्होंने रैली की सफलता को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर तैयारी में जुट जाने का आह्वान करते हुए कहा कि रैली में अधिक से अधिक लोग पहुंचे हमें सुनिश्चित करना है। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को अभी से ही तैयारी करने की जरूरत है। बैठक में लक्ष्मी नारायण मेहता, गौतम कुमार, पप्पू कुशवाहा, नीलांबर मेहता, मनोज मिश्रा, प्रशांत कुमार, पंकज कुमार साह, जितेंद्र साहु, मु. कलाम, शिवेंद्र ¨सह, प्रदीप कुमार, दीप नारायण मंडल, मु. गफूर, मु. सलाउद्दीन, नीरज कुशवाहा, पंकज कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।