मृत्युभोज पर प्रतिबंध को ले दिया अनुरोध पत्र
सुपौल। सुपौल प्रखंड अंतर्गत झहुरा ग्राम में शुक्रवार को मृतक नथुनी प्रसाद यादव के मृत्युभोज पर
सुपौल। सुपौल प्रखंड अंतर्गत झहुरा ग्राम में शुक्रवार को मृतक नथुनी प्रसाद यादव के मृत्युभोज पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने को लेकर बैठक सह अनुरोध सभा का आयोजन किया गया। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के जिला अध्यक्ष डॉ. अमन कुमार के द्वारा कर्तापुत्र प्रो. रवींद्र यादव और सेवा निवृत अधीक्षण अभियंता चन्देश्वरी प्रसाद यादव को मृत्युभोज पर पूर्ण प्रतिबंध से संबंधित अनुरोध पत्र समर्पित किया गया। सर्वसम्मति से मृत्युभोज पर पूर्ण विराम लगाने का निर्णय लिया गया। मौके पर अध्यक्ष ने कहा कि नथुनी बाबू कर्मयोगी थे जिसके कारण परिवार सहित समाज में शिक्षा की अलख जगी और डॉक्टर, इंजीनियर और वैज्ञानिक जैसे प्रतिष्ठित पद को सुशोभित करने का परिवार के सदस्य को सौभाग्य प्राप्त हुआ। कहा कि जीव की उत्पत्ति मिट्टी, अग्नि, वायु, जल, आकाश पंच तत्वों से मिलकर हुई हैं। देहांत के बाद सभी तत्व अपने अपने स्थान पर चले जाते हैं। कहा कि माता-पिता और गुरु संसार में प्रत्यक्ष देवता हैं। मृत्युभोज पर खर्च होने वाली राशि को वृद्ध व जीवित अवस्था में माता-पिता की सेवा, भोजन, सुख सुविधा और इलाज में खर्च करें। इसी से प्रत्यक्ष देवता माता-पिता से संतान को बहुत बहुत दुआएं मिलेगी। इतिहास व पुराणों में माता-पिता की भक्ति के कारण ही श्रवण कुमार अमर है। भोज की जगह जनहित का कार्य करें। अनुरोध सभा में वैज्ञानिक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद यादव, अमेरिका के नामी चिकित्सक डॉ राकेश कुमार, लेफ्टिनेंट कर्नल श्रवण कुमार, उप मुखिया भूपेन्द्र यादव, तरुण यादव, सुरेन्द्र यादव, राज कुमार यादव, अमरेन्द्र यादव, श्यामसुंदर यादव आदि शामिल थे।