समाज में जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद करेगा यादव महासभा
सुपौल। समाजिक कुरीति मिटाओ-देश बचाओ अभियान को जन-जन में पहुंचाने के उद्देश्य से प्रखंड अंतग
सुपौल। समाजिक कुरीति मिटाओ-देश बचाओ अभियान को जन-जन में पहुंचाने के उद्देश्य से प्रखंड अंतर्गत जनता उच्च विद्यालय मधुरा मेहासिमर मैदान में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के तत्वावधान में जिला युवा सचिव सुशील कुमार यादव की अध्यक्षता में संकल्प सभा का आयोजन किया गया। यादव महासभा के जिला अध्यक्ष डॉ. अमन कुमार ने कहा कि समाजिक कुरीति के कारण समाज, संस्कृति, संस्कार और राष्ट्र खोखला हो रहा है। हिन्दुस्तान एक सुन्दर बगीचा है जिसके खुबसूरत फूल हिन्दु, मुस्लिम, सिख, इसाई हैं। धार्मिक भावना को भड़काकर इंसान, इंसान का दुश्मन बन चुका है। राष्ट्रधर्म सभी जाति और धर्मों से बड़ा है। प्यार और मोहब्बत से समाज में एकजुटता कायम रहेगी। भगवान श्रीकृष्ण कहा करते थे कि भोजन कराने वाला और भोजन खाने वाला दोनों दुखित हो तो भोजन नहीं करना चाहिए। कृष्ण और सुदामा की मित्रता और भगवान श्री कृष्ण के उच्च और सर्वश्रेष्ठ विचारों को आत्मसात कर समता मूलक समाज बनाने की जरुरत है। डॉ कुमार ने कहा कि मृत्युभोज महापाप है। इसका जिक्र किसी भी धार्मिक ग्रंथ में नहीं है। सभी सामाजिक संगठन को नि:स्वार्थ भाव से समाज के हित में खड़ा होने की आवश्यकता है। यादव महासभा भी निरंतर अपने कार्यक्रम को करते हुए समाज को आईना दिखाने का कार्य कर रहा है। जिला मुख्य संरक्षक सह पूर्व मुखिया सत्यदेव यादव ने कहा कि जानवर भी अपने किसी साथी के मरने पर मिल कर दुख प्रकट करते हैं। इंसान कितना गिर गया कि किसी व्यक्ति के मरने पर उसके साथी सगे-संबंधी भोज करते हैं, मिठाइयां खाते हैं। जिला संरक्षक गुनेश्वर प्रसाद यादव ने कहा कि मृत्यु भोज एक सामाजिक बुराई है। अपने परिवार को खोने का दुख और ऊपर से भारी भरकम खर्च कहीं से उचित नहीं है। समाजसेवी राजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि शादी में फिजूल खर्ची व मृत्यु भोज पर रोक लगाने से संबंधित आम सहमति बनाने का प्रयास सबको करना चाहिए। शिक्षक कमल नारायण सेठ ने कहा कि आदर्श परम्परा के ²ष्टिकोण से अगर इतिहास पर नजर डाले तो भगवान श्रीराम के पिता अयोध्या के महाराजा श्री दशरथ जी के देहांत पर मृत्यु भोज का आयोजन तो दूर, पूरी अयोध्या में किसी के घर भोजन नहीं बना। जिला महासचिव सोनी कुमारी ने कहा कि समाज को तन-मन-धन से शोक संतप्त परिवार को सहयोग करते हुए मृत्यु भोज का बहिष्कार करना चाहिए। समारोह में ओम प्रकाश यादव, रामशरण रोशन, संदीप कुमार यादव, अशोक यादव, सुरेन्द्र यादव, हरेराम दास, बलराम प्रसाद यादव, बालकिशोर पंडित, अब्दुर रहमान, जाल मोहम्मद, रामनंदन यादव, शिवनारायण यादव, लालदेव ठाकुर, अजीत कुमार, राजाराम यादव, अनिरुद्ध यादव, जितेन्द्र कुमार, आनंदी दास संजीव शर्मा आदि ने अपने विचार व्यक्त किया।