त्रिवेणीगंज में वामदल ने निकाला प्रतिरोध मार्च
सुपौल। आसमान छूती कीमत, बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की बदहाली,बढ़ती आत्महत्या, समान काम के
सुपौल। आसमान छूती कीमत, बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की बदहाली,बढ़ती आत्महत्या, समान काम के समान वेतन, ठेका मानदेय पर कार्यरत कर्मियों को 18000 न्यूनतम वेतन, स्वामीनाथन के सिफारिश को लागू करने को लेकर वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बाजार क्षेत्र में प्रतिरोध मार्च निकाला। मार्च में आशा कर्मी, एमडीएम रसोइया, इंटक, एक्टू, टीयूसीसी, बीएमएस के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। राज्य सरकार व केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रतिरोध मार्च के दौरान संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव कॉ. जयनारायण यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में खुलेआम देसी, विदेशी, कॉरर्पोरेट कंपनियों के पक्ष में कार्य किया है। इसके परिणाम स्वरूप देश की 73 प्रतिशत संपदा आज 1 प्रतिशत सबसे अमीर लोगों के हाथ में सिमट गई है। 11 लाख करोड़ से ज्यादा बैंकों की राशि बड़े पूंजीपतियों के हाथ में है। इसे सरकार ने निष्क्रिय संपत्ति घोषित कर उसे लट्ठे खाते में डाल दिया है। बैंकों को बीमार घोषित कर उसे निजी हाथों में सौंपने की साजिश हो रही है। प्रतिरोध मार्च के दौरान कॉ. वासुदेव यादव, देवनंदन मुखिया, रूपेश कुमार राणा, कॉ. अमित कुमार, राजेश कुमार, दुर्गेश सरदार, उपेंद्र पासवान, दायरानी देवी, मूर्ति देवी, मीना देवी, बुधनी देवी आदि शामिल थे।