कोरोना संक्रमण की बढ़ रही रफ्तार, लोगों को सचेत रहने की जरूरत
--बाजारों में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। सब्जी बाजार हो या बस स्टैंड बैंक हो
--बाजारों में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। सब्जी बाजार हो या बस स्टैंड, बैंक हो या अस्पताल, हर जगह लोग भेड़-बकरियों की तरह बिना मास्क लगाए एक दूसरे पर चढ़े नजर आते हैं।
जागरण संवाददाता, सुपौल: कोरोना संक्रमण की रफ्तार सुपौल जिले में फिर से पकड़ रही है। परंतु यहां के बाजारों में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। शहर के सब्जी बाजार हो या बस स्टैंड, बैंक हो या अस्पताल, हर जगह लोग भेड़-बकरियों की तरह बिना मास्क लगाए एक दूसरे पर चढ़े नजर आते हैं। इधर प्रशासन है कि माइकिग कर लोगों से कोरोना के गाइड लाइन का पालन करने की अपील पर अपील कर रही है। जिला मुख्यालय के लोहिया चौक पर बने पुलिस कैंप के समीप गुरुवार को पूरे दिन माइकिग कर लोगों को कोरोना के गाइड लाइन का पालन करने को कहा जा रहा था। साथ ही साथ मास्क न लगाने वालों को जुर्माने लगने की भी बात माइकिग के द्वारा कही जा रही थी। बावजूद इसके लोगों पर उक्त माइकिग का कोई असर होता दिखाई नहीं पड़ रहा था।
--------------------------------------------
एक्टिव केस हुआ 52
कोरोना दबे पांव किस कदर आगे बढ़ रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बुधवार को एक्टिव केस 52 के आंकड़े पर पहुंच गया है। वहीं बुधवार को जांच के दौरान कोरोना के 10 मरीज मिले हैं। जिसमें से 4 मरीज सुपौल प्रखंड के हैं। इसमें से 2 मरीज सुपौल शहरी क्षेत्र में है तो 2 ग्रामीण क्षेत्र में। इसके अलावा राघोपुर प्रखंड में 4 मरीज, बसंतपुर प्रखंड में 1 मरीज तथा सरायगढ-भपटियाही में 1 मरीज मिले हैं। कोरोना के आंकड़े के बढ़ने की जो स्थिति है उसे देख ऐसा प्रतीत हो रहा है यह फिलहाल रुकने वाला नहीं है। शायद कोरोना की स्थिति को भांप स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना जांच में तेजी लाई है।
-------------------------------------------------------
गाइड लाइन के पालन से ही घटेगी दर
मास्क लगाना, बार-बार हाथ धोना व सोशल डिस्टेंसिग का पालन करना कोरोना को रोकने का यह मूल मंत्र है। इसे लोग अपनाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। कोरोना के गाइड लाइन के तहत इसे हर कोई अपना ले तो इस संक्रमण के बढ़ते दर में कमी आएगी। कोरोना के बढ़ते दर को देखते हुए सुपौल बाजार के विभिन्न दुकानों पर मास्क व सेनिटाइजर फिर से दिखने लगा है लेकिन लोग उसे खरीदने की दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। कई लोगों को मास्क लगाने की बात तो उसके शान के खिलाफ प्रतीत हो रहा है। इधर वैक्सीनेशन का भी कार्य काफी तेज गति से चल रहा है लेकिन लोग टीका लगाने में भी सुस्ती दिखा रहे हैं।