प्रधानमंत्री ने कोसी महासेतु राष्ट्र को किया समर्पित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 516 करोड़ की लागत से कोसी नदी पर बने कोसी रेल मेगा ब्रिज के साथ-साथ बिहार की अन्य 12 रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
सुपौल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 516 करोड़ की लागत से कोसी नदी पर बने कोसी रेल मेगा ब्रिज के साथ-साथ बिहार की अन्य 12 रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने ने वीडियो काफ्रेंसिग के माध्यम से सुपौल-आसनपुर कुपहा-राघोपुर के बीच रेल सेवा जनता को समर्पित किया। प्रधानमंत्री के झंडी दिखाते ही सुपौल रेलवे स्टेशन से आसनपुर कुपहा के लिए ट्रेन रवाना हो गई। पीएम मोदी ने कहा मिथिला-कोसी को जोड़ने वाला यह रेल महासेतु उद्योग व कारोबार को बढ़ावा देगा। इस रेलखंड से सुपौल-सहरसा और अररिया के लोगों को काफी फायदा मिलेगा। इतना ही नहीं पूर्वोत्तर के लोग भी इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नीतीश कुमार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट था, जो आज साकार हुआ है। कोरोना काल में ट्रेनें भले रूक गई, लेकिन रेलवे के विकास का काम चलता रहा। देश की पहली किसान रेल कोरोना काल में ही चली। पीएम ने कहा रेलवे के अन्य क्षेत्रों में भी बड़े काम हुए, और हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि साढ़े आठ दशक पहले भूकंप में ध्वस्त हुए इस रेलखंड के चालू हो जाने से अब बिहार के लोगों को 300 किमी की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। आठ घंटे की यात्रा आधा घंटा में सिमट जाएगी। भूकंप से अलग-थलग हुआ कोसी व मिथिला आज फिर एक हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में रेलवे ने बढ़ चढ़ कर भूमिका निभाई है। प्रवासियों को गंतव्य तक पहुंचाने में रेलवे ने जिस प्रकार भूमिका निभाई है, उसके लिए रेलवे कर्मी बधाई के पात्र हैं। स्वास्थ्य सेवा के संबंध में उन्होंने कहा कि बिहार में वर्तमान समय में 15 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं। इनमें से अधिकतर मेडिकल कॉलेज कुछ साल पहले ही खोले गए हैं। दरभंगा को एम्स की सौगात मिली है। जो जल्द बनाया जाएगा। कृषि सुधार विधेयक पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विधेयक अन्नदाताओं को किसानी में नई आजादी देने का काम करेगा और किसानों के सपने पूरे होंगे। उद्घाटन के अवसर पर सुपौल रेलवे स्टेशन पर भी एक समारोह आयोजित कर आमजन को प्रधानमंत्री के उद्घाटन का लाइव टेलिकास्ट दिखाया गया। इस मौके पर रेलवे के अधिकारी, राजग गठबंधन के नेता व कार्यकर्ता सहित स्थानीय गणमान्य मौजूद थे।