खतरे के निशान से ऊपर बह रही महानंदा, ग्रामीणों में दहशत
संवाद सूत्रपहाड़कट्टा (किशनगंज) नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में अत्यधिक वर्षापात होने से महानंदा
संवाद सूत्र,पहाड़कट्टा (किशनगंज) : नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में अत्यधिक वर्षापात होने से महानंदा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गुरुवार सुबह से लगातार जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। फिलहाल नदी का जलस्तर 66.24 पहुंच चुका है। जो खतरे के निशान से 24 सेंटीमीटर उपर है। हालांकि शुक्रवार देर शाम को चेतावनी स्तर से उपर यानी 65.82 रिकॉर्ड की गई थी।
उफनाती महानंदा को देख नदी किनारे बसे गांव के लोगों की बेचैनी बढ़ने लगी है। वही महानंदा व डोक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कटाव का प्रकोप भी बढ़ गया है। महानंदा व डोक नदी से घिरा पोठिया प्रखंड के लोगों में दहशत का माहौल है। इन दोनो नदियों के जलस्तर में वृद्धि होते ही नदी किनारे बसे बड़ापोखर, फुलवाड़ी, कालियागंज, बालूबाड़ी, गौरीहाट, कौआबाड़ी, सैठाबाड़ी, बुढ़नई पंचायत के ललबाड़ी निचानपाड़ा, टप्पू, शीशाबाड़ी आदिवासी टोला, हलीमनगर, कानाडूबा आदिवासी टोला आदि दर्जनों गांव में बाढ़ के चपेट में आ जाता है। जिस कारण हर साल सैकड़ों परिवारों को व्यापक रूप से क्षति भी होती है।
हालांकि प्रखंड प्रशासन बाढ़ त्रासदी से निपटने के लिए लगभग सारी तैयारियां कर ली है। सीओ वीरेंद्र कुमार सिंह बताते हैं कि प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। नदियों के जलस्तर पर भी नजर रखी जा रही है और पंचायत स्तर पर बाढ़ से निपटने के लिए कमेटी का भी गठन किया गया है। वहीं केंद्रीय जलायोग तैयबपुर से मिली जानकारी के अनुसार दोपहर बाद जलस्तर में आंशिक कमी दर्ज की गई है।