किसानों की समस्याओं को ले होगा जोरदार आंदोलन
सुपौल। सामुदायिक विकास भवन कोरियापट्टी में मंगलवार को किसानों की समस्याओं को ले बैठक आयो
सुपौल। सामुदायिक विकास भवन कोरियापट्टी में मंगलवार को किसानों की समस्याओं को ले बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के जिला सचिव कॉमरेड राजेश कुमार ने कहा कि कर्ज लेकर किसानों के द्वारा मकई की खेती की गई, किन्तु कृषि पदाधिकारी व खाद-बीज विक्रेता की सांठ-गांठ के कारण किसानों को धोखे से बगैर प्रमाणित बीज उपलब्ध कराया गया। जिसका परिणाम है फसल दाना विहीन हो गया। उन्होंने सरकार द्वारा बनाए गए किसान एक्ट व कृषि रोड मैप पर भी चर्चा करते हुए कहा कि सरकार की दोनों ही नीति आज विफल साबित हो रही है। बीज नीति के तहत सरकार को चाहिए कि फसल बोआई के पूर्व खाद-बीज विक्रेताओं की दुकानों की जांच कर बीज बिक्री का आदेश देना चाहिए। किन्तु ऐसा नहीं किया जाता है जिसके कारण किसानों को नकली बीज व कीटनाशक इस्तेमाल करने की बेबसी बनी रहती है। यह जांच का विषय है। उन्होंने अपनी मांग रखते हुए कहा कि सरकार एक टीम का गठन कर जांचोपरांत फसल के लागत मूल्य का डेढ़ गुना मुआवजा किसानों को दे। कृषि ऋण माफ कर पुन: ऋण मुहैया कराए। कहा कि न सिर्फ किसान नेता बल्कि क्षेत्र के किसानों को भी इस बात का मलाल है कि जिला कृषि पदाधिकारी व अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को इसकी सूचना देने के लिए कई बार दूरभाष पर सम्पर्क साधा गया। किन्तु ¨रग होते रहने के बावजूद भी दोनों पदाधिकारियों ने टेलीफोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि बाद में जिलाधिकारी सुपौल व अनुमंडल पदाधिकारी त्रिवेणीगंज से संपर्क स्थापित कर इस समस्या से अवगत कराया गया। कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर इस समस्या का निदान नहीं निकाला गया तो पार्टी के द्वारा जिला स्तर पर व्यापक आंदोलन चलाया जाएगा। मौके पर सदानंद राम, धर्मदेव यादव, रामदेव चौपाल, महेंद्र ¨सह, श्रवण यादव, सम्मत यादव, पोली पासवान, रमेश पासवान, विनोद कुमार, सत्यनारायण राम, विनोद कुमार के अलावा सैकड़ो किसान मौजूद थे।