जहां लगते थे चौके-छक्के, वहां लग रही सब्जी मंडी
-कोरोना संक्रमण ने बदली शहर की व्यवस्था बदला लोगों का लाइफ स्टाइल -स्टेशन चौक पर रहती
-कोरोना संक्रमण ने बदली शहर की व्यवस्था, बदला लोगों का लाइफ स्टाइल
-स्टेशन चौक पर रहती थी वाहनों की रेलमपेल, विचरण करते रहे बेसहारा पशु
फोटो फाइल नंबर-15एसयूपी-8 जागरण संवाददाता, सुपौल : कोरोना संक्रमण ने शहर की व्यवस्था को बदलकर रख दिया है। संक्रमण के कारण लोगों का लाइफ स्टाइल बदल गया है। आलम यह है कि जिस स्टेशन चौक पर वाहनों की रेलमपेल रहती थी वहां बेसहारा पशु विचरण करते रहते हैं। जिस गांधी मैदान में चौके-छक्के लगते रहते थे, वहां सब्जी मंडी लग रही है। लोगों से गुलजार रहने वाले सुपौल शहर में अब अगर भीड़ कहीं दिखती है तो वह है अस्पताल या फिर निजी क्लीनिक। सुबह 11 बजे के बाद सड़कें विधवा की मांग सी सूनी हो जाती है जिस पर एंबुलेंस के सायरन विलाप करते से सुनाई देते हैं।
कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के बाद व्यवस्थागत कई परिवर्तन हुए। सब्जी मंडी को गांधी मैदान में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां दुकानों के बीच पर्याप्त दूरी रखते हुए व्यवस्थित किया गया है। इससे पैदल चलनेवाला ट्रैक बाधित हो गया है। संक्रमण को लेकर न तो लोग सुबह में मॉर्निंग वॉक करने आते हैं और ना ही युवा दौड़ लगाने के लिए आते हैं, इसलिए लोगों को परेशानी भी नहीं होती है। खेल की तमाम गतिविधियां बंद है। लोग झोला लिए सुबह यहां सब्जी खरीदने आते हैं। स्टेशन चौक, महावीर चौक, लोहियानगर चौक आदि स्थानों पर दवा की दुकानें रहने के कारण दिनभर लोगों की आवाजाही होती रहती है अन्यथा शेष चौक-चौराहों पर सूनापन काट खाने को दौड़ता है। हालांकि इस सूनेपन का फायदा देखने को नजर आने लगा है। संक्रमित मरीजों का आंकड़ा घटने लगा है। लोग भी इसका महत्व समझने लगे हैं इसलिए चौक-चौराहों को सूना रखने में ही भलाई समझते हैं। दूसरी ओर लॉकडाउन बाद मरीजों की संख्या में गिरावट को देखते हुए सरकार ने भी लॉकडाउन को बढ़ाने का निर्णय लिया है। पहले से 15 मई तक के लिए लागू लॉकडाउन को 16-25 मई तक के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।