समान काम का समान वेतन के लिए होगा विस का घेराव
सुपौल। सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के न्यायादेश समान काम का समान वेतन सहित विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ गोपगुट सुपौल द्वारा शनिवार को समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया।
सुपौल। सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के न्यायादेश समान काम का समान वेतन सहित विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ गोपगुट सुपौल द्वारा शनिवार को समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया। संघ के जिलाध्यक्ष विवेकांनद दास की अध्यक्षता एवं जिला संयोजक अर्चना पाठक के संचालन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि राज्य सरकार की शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीतियों के कारण सूबे की शिक्षा व्यवस्था दिनों व दिन कमजोर पड़ती जा रही है। राष्ट्र की मुख्य धारा शिक्षा को संचालित करने की पूर्ण जिम्मेदारी शिक्षकों की है। समाज, राज्य व राष्ट्र के समुचित विकास में शिक्षा अग्रणी पहलू है। बावजूद राज्य सरकार की स्थिति यह है कि नियोजित शिक्षक को चार-पांच माह से वेतन नहीं मिला है। प्रमुख पर्व त्योहार होली, दशहरा, दीपावली, छठ, ईद, मुहर्रम जैसे पर्वों के अवसर पर भी शिक्षकों को वेतन भुगतान से वंचित रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि समान काम का समान वेतन की मांग सहित विभिन्न मांगों को सरकार अविलंब पूरा करें अन्यथा आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान लाखों नियोजित शिक्षक परिवार के साथ बिहार विधानसभा का अनिश्चितकालीन घेराव करेंगे। जिला सचिव पुष्प राज एवं जिला कोषाध्यक्ष पंकज प्रभात ने कहा कि राज्य सरकार खासकर नियोजित शिक्षकों के साथ भेदभाव व सौतेलापन व्यवहार अपनाये हुए है। न्यायालय ने समान के काम के बदले समान वेतन की मांग को उचित करार दिया है। इधर सरकार इसे लागू करने के बजाए आनाकानी कर न्यायालय के फैसले का अपमान कर रही है। धरना कार्यक्रम को विकास कुमार, मो. खुर्शीद आलम, मनौव्वर हुसैन, रुपेश रंजन, राजीव कुमार झा, अमर सहनी आदि ने भी संबोधित किया। मौके पर संजय, प्रमोद, सुधीर, अरुण आर्य, अशोक अरुण, रामबालक, पंकज, भूपेन्द्र, अमरेन्द्र, रामचन्द्र, विरेन्द्र, संतोष, अंजार, अजीत, अतुल, पंकज दास, अभिमन्यू झा, दिलीप, विभाष चन्द्र, प्रमोद, गणेश, प्रशांत, रामधारी, अर¨वद, अजय, पांचू, प्रमोद, राजकुमार, ओमप्रकाश, रामसेवक, राजीव भारती, नियाज, मदन भारती सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे। धरना उपरांत मांगों का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को समर्पित किया गया।
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ज्ञापन की मुख्य मांग
-सर्वोच्च एवं उच्च न्यायालय के न्यायादेश समान काम का समान वेतन लागू किया जाए
-लंबित वेतन भुगतान करते हुए प्रति माह वेतन भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाए
-सेवा शर्त निर्धारण कर लागू किया जाए
-सातवां वेतन निर्धारण कर पुनरीक्षित वेतन भुगतान किया जाए
-अनुकंपा पर नियुक्ति में उत्पन्न व्यवधान को दूर कर आश्रितों को उचित लाभ दिया जाए