सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की है जरूरत
पिपरा प्रखंड के रतौली गांव स्थित भगवती मंदिर के प्रांगण में आयोजित श्रीमद देवी भागवत कथा व आध्यात्मिक प्रवचन के छठे दिन कथा वाचक मिथिला क्षेत्र के प्रखर प्रवक्ता गोसपुर निवासी आचार्य धर्मेन्द्रनाथ मिश्र ने श्रद्धालुओं को कथा रस का भरपूर पान करवाया। उन्होंने अपने कथा वाचन के दौरान भगवान कृष्ण के जन्म चीर हरण गोवर्धन व अनेक बाल लीलाओं के बारे में कथा के माध्यम से बताया।
सुपौल। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय जीवछपुर में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रधानाध्यापक मोहन कृष्ण व शिक्षक श्याम कुमार मेहता ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर कस्तूरबा के छात्राओं के द्वारा भजन से सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रधानाध्यापक मोहन कृष्ण ने कहा कि बाल विवाह, दहेज उन्मूलन एवं भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। पढ़े लिखे लोग और जागरूक समाज भी इस समस्या से अछूता नहीं है। आज हजारों लड़कियों को जन्म लेने से पहले ही कोख में मार दिया जाता है या जन्म लेते ही लावारिस छोड़ दिया जाता है। आज भी समाज में कई ऐसे घर हैं जहां बेटियों को बेटों की तरह अच्छा खाना और अच्छी शिक्षा नहीं दी जा रही है। शिक्षक श्याम कुमार मेहता ने कहा कि पूरे देश में लिगानुपात 940 अनुपात 1000 है। वहीं भारत की महिला साक्षरता दर सबसे कम है। इसलिए हम सभी को बालिका की सुरक्षा के लिए मजबूती से काम करने की जरूरत है। कस्तूरबा के लेखापाल रंजीत कुमार ने कहा कि सरकार ने इसके लिए 24 जनवरी का दिन चुना है। क्योंकि यही वह दिन था जब 1966 में इंदिरा गांधी ने भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी ।इस अवसर पर सरकार की ओर से छात्राओं के बढ़ावा हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। समाज में बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने के लिए अनेकों आयोजन किए जा रहे हैं। मौके पर कस्तूरबा की शिक्षिका प्रियंका कुमारी, जोगधर मुखिया, जफर आलम, अनिता कुमारी, सुनीता कुमारी, ममता कुमारी, रेखा कुमारी सहित सैकड़ों छात्राएं मौजूद थी।