सड़क पर खुलेआम बिक रही बीमारी, विभाग नहीं करता कोई कार्रवाई
प्रखंड क्षेत्र में चौक-चौराहे पर खुले में बिकते पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थ लोगों को बीमार कर रहे हैं। ऐसे सामग्री का प्रयोग कर लोग डायरिया से पीड़ित होकर अस्तपाल पहुंच रहे हैं। लोगों की सेहत खराब करने वाली चीजें जगह-जगह बेची जा रही हैं। इसके बाद भी खाद्य सामग्री की रोकथाम के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। खाद्य विभाग के अधिकारी भी खानापूर्ति कर चेतावनी से काम चला रहे हैं।
सुपौल। प्रखंड क्षेत्र में चौक-चौराहे पर खुले में बिकते पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थ लोगों को बीमार कर रहे हैं। ऐसे सामग्री का प्रयोग कर लोग डायरिया से पीड़ित होकर अस्तपाल पहुंच रहे हैं। लोगों की सेहत खराब करने वाली चीजें जगह-जगह बेची जा रही हैं। इसके बाद भी खाद्य सामग्री की रोकथाम के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। खाद्य विभाग के अधिकारी भी खानापूर्ति कर चेतावनी से काम चला रहे हैं।
बाजार में कई स्थानों पर खुले में खाद्य सामग्री बेच कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। छोला भटूरा व छोले चावल के साथ धूल फ्री में मिल रही है। इतना ही नहीं अस्पताल के सामने में खुले में मिल रहे खाद्य सामग्री पर अफसरों की नजर रोज पड़ती है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती। चौक-चौराहे पर खुले में कटे फल बिक रहे हैं। छोले चावल, समोसा, पकौड़ी, पानी पूड़ी, चाट, खुले में रखकर बेचा जा रहा है। चेतावनी मिलने के बाद कुछ दिनों तक तो खाद्य पदार्थ ढंककर बेचे जाते हैं लेकिन कुछ दिन बाद फिर पुराने ढर्रे पर व्यवस्था लौट जाती है। इतना ही नहीं स्थानीय कस्बे में नालों के किनारे खुले में ही रखकर कटे फल व अन्य खाद्य पदार्थ बेचे जा रहे हैं। उड़ती धूल व नालियों के किनारे लगाई गई दुकानों पर भिनभिनाती मक्खियों से बीमारी फैलने का खतरा रहता है, मगर सब चलता है की तर्ज पर लोग इसी दुकानों से खाने-पीने का सामान खरीद रहे हैं। जाने-अनजाने में संक्रामक बीमारियों को निमंत्रण भी दे रहे हैं। ठेले पर बर्गर, चाऊमीन आदि फास्ट फूड सहित अन्य कई प्रकार की खाद्य सामग्रियां भी खुले में बेची जा रही हैं। इनपर धूल तो पड़ ही रही हैं साथ ही बगल के नाले की मक्खियां भी इनको दूषित कर रही हैं।
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चिकित्सकों के अनुसार
- इससे बचें
तला भुना कम प्रयोग करें
रखा हुआ खाना इस्तेमाल न करें।
सड़क पर मिलने वाले खुले सामान का प्रयोग न करें
चायनीज फूड से बचे
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- यह प्रयोग करें
घर के बनें खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल करें
पानी अधिक पीएं
तले भुने भोजन का प्रयोग कम से कम करें
घर का बना हुआ खाद्य सामग्री का प्रयोग करें कहते हैं लोग स्थानीय विवेक राज चौधरी, मुरारी चौखानी, अमन कुमार, अमित कुमार, सर्वेश यादव, सोनू यादव, सुमन यादव, सोनू मंडल, आशुतोष जायसवाल, अंकित अग्रवाल, आशिफ खान, मिथुन यादव का कहना है कि प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। अगर प्रशासन इस पर अंकुश नहीं लगाता है तो आने वाले दिनों में लोग गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो जाएंगे। -कोट खुले में रखे सामान का कम से कम प्रयोग करें। घर का बना खाद्य पदार्थ का ही प्रयोग करें। इससे डायरिया, लूज मोशन हो सकता है। धूल के कारण अनेक लोगों को सांस की परेशानी होती है। यदि किसी भी व्यक्ति को सांस की बीमारी है तो उसकी समस्या और बढ़ सकती है। डॉ. अंजनी कुमार, अनुमंडलीय अस्पताल, त्रिवेणीगंज