अॉडिट से बचने के लिए मैनेजर ने रची एेसी साजिश कि पुलिस भी रह गई दंग
सुपौल जिले में पुलिस ने एक अजीबोगरीब वाकये का उद्भेदन किया है। बिस्कोमान के मैनेजर ने अॉडिट से बचने के लिए खुद के ऊपर ही गोली चलवायी। पुलिस उसकी करतूत जानकर हैरान है।
सुपौल, जेएनएन। बिहार में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक सरकारी अधिकारी ने ऑडिट से बचने के लिए साजिश रच लिया और खुद पर ही गोलियां चलवाईं। इसका खुलासा होने के बाद पुलिस को भी हैरानी हो रही है। मामला सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज का है, जहां पुलिस ने घटना के चंद घंटे बाद ही इस मामले का खुलासा किया हा।
दरअसल विभागीय ऑडिट से परेशान बिस्कोमान के क्षेत्रीय पदाधिकारी संजय कुमार ने खुद ही फायरिंग की साजिश रची थी। बिस्कोमान पदाधिकारी पर हुई फायरिंग को एएसपी जितेंद्र कुमार ने गंभीरता से लिया और महज 24 घंटे के अंदर मामले का खुलासा कर दिया। मामले का खुलासा बिस्कोमान के पास मिले देशी पिस्टल से हुआ।
घटना को लेकर एएसपी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। जांच के क्रम में बिस्कोमान के चप्पे-चप्पे की छानबीन की गई। बिस्कोमान कैंपस में बने शेड के नीचे एक 7.6 एमएम का पिस्टल मिला। वहीं सोमवार की रात्रि घटनास्थल से ही पुलिस ने तीन खोखे भी बरामद किये थे। बिस्कोमान कैंपस से हथियार बरामद होने के बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए बिस्कोमान के क्षेत्रीय पदाधिकारी संजय कुमार और इसके फुफेरे भाई रंजीत कुमार को हिरासत में ले लिया। घटना के वक्त रंजीत कुमार उनके साथ ही थे।
पूछताछ के क्रम में बिस्कोमान मैनेजर ने बताया कि हम अपने विभाग के ऑडिट से मानसिक रूप से परेशान व काफी तनाव में थे। उक्त बातों की जानकारी हम अपने फुफेरे भाई रंजीत कुमार को दिए तो वह अपने दोस्त सरायगढ़ निवासी लाल मेहता को बुलाकर बिस्कोमान कार्यालय में गोली चलवायी। संजय कुमार के कहने पर रंजीत कुमार द्वारा यह षड्यंत्र रचा गया था। उनका मकसद था कि विभाग द्वारा उनके विरुद्ध कार्रवाई न हो एवं भय के कारण अन्य किसी दूसरे क्षेत्रीय पदाधिकारी की भी पदस्थापना यहां न हो।
इस मामले मे क्षेत्रीय पदाधिकारी और उसके फुफेरे भाई को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अन्य एक आरोपी के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। हमले की घटना का ड्रामा सोमवार की रात किया गया था।