बिहार में 14 से 18 तक चलेगा पल्स पोलियो अभियान, डीएम ने बैठक कर दिए ये निर्देश
बिहार में 14 से 18 तारीख तक पल्स पोलियो अभियान चलेगा। जिलाधिकारी ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक निर्देश दिए हैं कि सभी बच्चों को पोलियो की खुरा ...और पढ़ें

बिहार में पल्स पोलियो अभियान। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, सुपौल। जिले में 14 से 18 दिसंबर तक आयोजित होने वाले पल्स पोलियो अभियान की तैयारियों को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सावन कुमार की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई।
समाहरणालय स्थित सभागार में हुई इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न वरीय अधिकारियों के साथ ही डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, वीसीसीएम, जेएसआइ और वधवानी फाउंडेशन के प्रतिनिधि तथा जिले के सभी प्रखंडों से आए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पोलियो उन्मूलन राष्ट्रीय प्राथमिकता का विषय है और इसके लिए जिले में शत-प्रतिशत आच्छादन सुनिश्चित करना अनिवार्य है।
उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रखंड स्तर पर निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण पत्र निर्गत कर दिया जाए, ताकि अभियान के दौरान सघन मानिटरिंग की जा सके और किसी भी प्रकार की कमी को समय पर दूर किया जा सके।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से हाई रिस्क एरिया तथा बांध के अंदर बसे गांवों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में भी एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित नहीं रहना चाहिए। इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को अधिक सतर्कता के साथ काम करना होगा। बैठक में जीविका दीदियों और पंचायत जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि जीविका समूह और पीआरआइ प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक जन-जागरूकता फैला कर 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो खुराक पिलवाने में महत्वपूर्ण सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि पोलियो की एक भी खुराक किसी भी बच्चे से छूटना पूरे अभियान को प्रभावित कर सकता है, इसलिए प्रत्येक घर तक पहुंच बनाना सभी टीम की प्राथमिकता होनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में माइक्रो-प्लान तैयार कर लिया गया है और टीकाकरण टीम को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी सेविकाएं घर-घर जाकर अभिभावकों को पोलियो खुराक की अनिवार्यता के बारे में जागरूक करेंगी। साथ ही सार्वजनिक स्थानों, बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी बूथों की स्थापना की जाएगी ताकि कोई भी बच्चा छूट न जाए
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं से अपील की कि वे पूरी गंभीरता और समन्वय के साथ इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि सुपौल जिला हमेशा से स्वास्थ्य अभियानों में अग्रणी रहा है और इस बार भी जिले का लक्ष्य 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करना है।

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