पैक्स चुनाव::::::::सुबह से ही उत्साहित थे मतदाता, चौकस दिखे प्रशासनिक अधिकारी
योजनाओं की भरमार फिर भी किसान लाचार - जिले में कृषि योजनाओं के लिए राशि की कमी नहीं है लेकिन किसान व विभाग की उदासीनता के कारण योजनाएं सरजमीन पर नहीं उतर पा रही है। वित्तीय वर्ष 201
जागरण संवाददाता, सुपौल: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पैक्स चुनाव के पहले चरण के तहत सुपौल और पिपरा प्रखंड का चुनाव सोमवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इन दोनों प्रखंडों के कुल 31 पदों के लिए होने वाले मतदान को लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। जहां सभी बूथों को संवेदनशील की श्रेणी में रखकर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। वहीं सेक्टर पदाधिकारी के साथ-साथ पेट्रोलिग मजिस्ट्रेट भी पदस्थापित किए गए थे। इसी का परिणाम रहा कि कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटी और सभी बूथों पर मतदाता निर्भीक होकर अपने मतों का प्रयोग किया। इन दोनों प्रखंडों में बनाए गए अति संवेदनशील बूथों पर जिला स्तर के अधिकारियों की भी लगातार आवाजाही बनी रही। जहां एडीएम, पुलिस अधीक्षक, एसडीओ, पुलिस उपाधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी बूथों का जायजा लेते दिखे। वहीं बूथों के लिए प्रतिनियुक्त अन्य अधिकारी भी पल-पल की स्थिति से अवगत होते रहे। मतदान को लेकर निर्धारित किए गए 7:00 बजे पूर्वाह्न से ही लगभग सभी बूथों पर मतदान का कार्य प्रारंभ हो गया। इधर खेती-बारी का समय होने के बाद भी मतदाताओं में काफी उत्साह बना हुआ था। मतदान प्रारंभ होने के निर्धारित किए गए समय से पूर्व भी मतदाताओं का बूथों पर पहुंचना शुरू हो गया था जो सिलसिला दिनभर चलता रहा। खासकर महिलाओं का उत्साह देखते बन रहा था। वह भी अपने मताधिकार को लेकर इस प्रकार उत्सुक थी कि घंटों कतार में लगकर न सिर्फ अपने बारी का इंतजार करती दिख रही थी बल्कि अपना मत डालकर ही वापस लौट रही थी। इधर चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी भी अपने-अपने मतदाताओं का ख्याल रखने में कोई कोताही नहीं बरत रहे थे। खासकर वैसे मतदाता जिनका बूथ गांव से दूर था उनके लिए प्रत्याशियों द्वारा चार पहिया से लेकर सभी सुविधा दे रखी थी। मत डालने में देरी होने पर उनके डिमांड को भी पूरा किया जा रहा था। मतलब प्रत्याशी कहीं से भी कोई कोताही बरतने को तैयार नहीं था।