बनो देश के भाग्य विधाता, जागो प्यारे मतदाता
चुनाव की तारीख ज्यों-ज्यों निकट आती जा रही है सारा सिस्टम चुनावी मोड में आता जा रहा है। हर बैठक चौपाल में देश की अंदरुनी नीति विदेश नीति अतीत की स्थिति वर्तमान हालात सब पर तर्कसंगत चर्चा। प्रधानमंत्री से लेकर अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि तक की पूरी समीक्षा से भी बाज नहीं आ रही जनता। पुलवामा की घटना से बात शुरु होती है और अभिनंदन पर खत्म। अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती ताकत का पूरा पोस्टमार्टम। मोदी का ओजराहुल के बोलदीदी के तेबरतेजस्वी के तेज यानी सब पर बहस
छोड़ो अपना सारा काम-पहले चल करें मतदान
फोटो फाइल नंबर-7एसयूपी-15
जागरण संवाददाता, सुपौल: प्रखंड अंतर्गत एकमा, रामपुर में कृषि विभाग द्वारा रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 में शत-प्रतिशत मतदान को लेकर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम किया गया। इस कड़ी में संकल्प भी कराई गई। किसानों के द्वारा बहकावे में कभी न आना सोच-समझकर बटन दबाना, लोकतंत्र का त्योहार है 23 अप्रैल को मतदान करना अनिवार्य है, बनो देश का भाग्य विधाता-अब जागो प्यारे मतदाता, लोकतंत्र का यह आधार-वोट न कोई हो बेकार, वोट की कीमत कभी न लेंगे लेकिन वोट जरुर देंगे, जागरूक समाज की क्या पहचान-शत प्रतिशत हो मतदान, बड़े हो या जवान-सभी करें मतदान, छोड़ो अपने सारे काम-पहले चले करे मतदान आदि नारा लगाया गया। मौके पर बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अमन कुमार ने कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए सभी मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व है। पूरे 5 वर्षों के बाद जनता के हाथ में लोकतंत्र की रक्षा का अधिकार मिलता है। समाज और देश के तस्वीर और त़कदीर को खूबसूरत बनाने के लिए जन प्रतिनिधि चुनने का मौका मिलता है। पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, राजनेता आदि का वोट का जितना महत्व है उतना ही एक साधारण मतदाता के वोट का महत्व है। इसलिए इसे व्यर्थ न गवाएं। हर कीमत पर खुद मतदान करें एवं समाज के सभी लोगों को प्रेरित करे। मतदाता का एक-एक वोट देश का भाग्य गढ़ेगा। कार्यक्रम में उपमुखिया देवानंद झा, सरोज कुमार झा, तारानंद झा, बद्री यादव, राधेश्याम मंडल, हीरा झा, हरेकृष्ण यादव, ब्रजकिशोर झा, मणिकांत मणि, पंकज कुमार महतो, राजकुमार झा, जयनारायण यादव, राजीव कुमार महतों, अवध नारायण यादव, जयनारायण यादव, अरुण कुमार राय, अमर कुमार ठाकुर, पवन कुमार यादव, कृष्णानंद झा, नित्यानंद कामत, रामदेव यादव, सियाराम राय, चंद्रशेखर यादव, डोमी यादव आदि उपस्थित थे।