जीवन में खेलकूद के महत्व को समझना है जरूरी
-प्रखंड स्तरीय बिहार स्कूल मीट 2018 तरंग कार्यक्रम प्रतियोगिता का किया गया आयोजन -----------
-प्रखंड स्तरीय बिहार स्कूल मीट 2018 तरंग कार्यक्रम प्रतियोगिता का किया गया आयोजन
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फोटो फाइल नंबर-11एसयूपी-4
संवाद सूत्र, छातापुर(सुपौल): मुख्यालय स्थित रेफरल हॉस्पीटल मैदान में मंगलवार को प्रखंड स्तरीय बिहार स्कूल मीट 2018 तरंग कार्यक्रम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें प्रखंड के सभी आठ संकुल के वैसे छात्र-छात्राओं ने भाग लिया जो अपने स्कूल से चयनित थे। कार्यक्रम का उद्घाटन बीईओ लल्लू पासवान ने फीता काट कर किया। इसमें 100 मीटर, 200, 300 व 400 मीटर, 1500 मीटर, 3000 मीटर दौड़ व 400 मीटर रिले दौड़, लंबी व ऊंची कूद, शॉट पूत, डिस्क थ्रो, जेवलिन थ्रो प्रतियोगिता आयोजित किया गया। बीईओ ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार जीवन में शिक्षा ग्रहण करना आवश्यक है उस तरह खेलकूद को भी अपनाना जरूरी है। खेलकूद से छात्रों का शारीरिक व मानसिक विकास होता है, उसमें आदर्श जीवन का भाव पनपता है और जीवन सफल हो जाता है। इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार ने स्कूल स्पोर्टस मीट का आयोजन किया है। इसलिए जीवन में खेलकूद के महत्व को समझने की जरूरत है। बताया कि 14 और 17 वर्ष आयु वर्ग के लिए अलग अलग निर्णायक दल का गठन किया गया है। साथ ही निर्णायक दल का पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया गया है। ताकि आयोजन को सफलता पूर्वक संपन्न कराया जा सके। बताया कि प्रखंड स्तर के प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को जिला स्तर पर फिर राज्य स्तर पर प्रतिभा स्थापित करने का मौका मिलेगा। ताकि प्रतिभावान प्रतिभागी देश व विदेश के स्तर पर अपना परचम लहराकर अपने और अपने देश का नाम रौशन कर सके। कार्यक्रम के सफल संचालन में संतोष कुमार ठाकुर, प्रदीप कुमार, देवनारायण मंडल, रमेश कुमार ¨सह, देवनारायण मुखिया, मिथिलेश कुमार मधुकर, ओमप्रकाश कुमार, रणधीर कुमार, शैलेन्द्र कुमार ¨सह, अशोक कुमार यादव, विरेंद्र उरांव के अलावे शिक्षक गुरूचरण पासवान, सत्यनारायण मंडल, पंकज राम, मु. अबुजर गफ्फारी, श्यामलाल मंडल सुमन, अखिलेश प्रसाद, जैनेंद्र मरीक, सुनील कुमार, मु. जमालउद्दीन, कुशुमकला कुमारी, कुमारी निर्मला, कंचनमाला, सुलेखा देवी, अनुपमा कुमारी, गीता कुमारी, पल्लवी कुमारी, पूजा कुमारी, उपेंद्र प्रसाद यादव, शैलेंद्र कुमार यादव, विरेंद्र प्रसाद गुप्ता, जयदेव साहु, चंद्रकला सिन्हा, सुरेश मेहता, देवनारायण मेहता, हरेंद्र कुमार कर्ण, रामवृक्ष बेनीपुरी आदि की सहभागिता रही।