Move to Jagran APP

धूमधाम से मनेगा वीर लोरिक महोत्सव

जागरण संवाददाता, सुपौल: वीर लोरिक की कर्म भूमि और मां वन देवी दुर्गा स्थान हरदी चौघारा का सामाजिक, ध

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 10:03 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 10:03 PM (IST)
धूमधाम से मनेगा वीर लोरिक महोत्सव
धूमधाम से मनेगा वीर लोरिक महोत्सव

जागरण संवाददाता, सुपौल: वीर लोरिक की कर्म भूमि और मां वन देवी दुर्गा स्थान हरदी चौघारा का सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक इतिहास सदियों से चर्चित रहा है। हरदी में बौद्ध धर्म के प्रचारक पालवंश के संस्थापक राजा गोपाल की उप राजधानी और सैनिक छावनी थी। जिसके अवशेष आज भी इस धरती पर विद्यमान हैं। इसी पावन धरती पर रहकर वीर लोरिक सामंतवाद, पूंजीवाद, कुप्रथा व असामाजिक तत्वों के विरुद्ध व्यापक लड़ाई-लड़ कर उत्तर भारत में शांति व्यवस्था कायम करने के साथ-साथ संस्कृति व सभ्यता की रक्षा की थी। उक्त बातें लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक सह वीर लोरिक महोत्सव के आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. अमन कुमार ने कही। कहा कि पांडव अपने अज्ञातवास के क्रम में विराटनगर जाने से पहले हरदी गांव में विश्राम के लिए रुके थे। ऐसी मान्यता है कि पांडवों ने भी अपने विश्राम के क्रम में यहां वन देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना की थी। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी हरदी दुर्गा स्थान में 6 जुलाई 2018 को वीर लोरिक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, पत्रकारिता, सामान्य प्रशासन, पुलिस प्रशासन, सहकारिता, पशुपालन, सामाजिक, आध्यात्मिक, कला संस्कृति, आपदा प्रबंधन, श्रम सेवा, स्वच्छता, पंचायती राज, महिला सशक्तिकरण, योग, सूचना तकनीकी, समाज सेवा आदि क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले प्रदाता को ¨चहित कर लोरिक वीरता सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। महोत्सव के दौरान क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, चित्रकला, क्विज प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.