सूर्यदेव के बदले तेवर ने बदली बाजार की सूरत, सड़कों पर सन्नाटा
प्रखंड मुख्यालय में कैंप लगाकर किसानों को सिचाई व्यवस्था करने को लेकर सरकार द्वारा कृषक के हित के लिए निश्शुल्क विद्युत कनेक्शन हेतु आवेदन लिए गए। कनीय अभियंता नितेश कुमार शर्मा ने बताया कि प्रत्येक बुधवार को प्रखंड मुख्यालय में कैंप लगाकर मुक्त बिजली कनेक्शन सिचाई करने के लिए आवेदन प्राप्त कर खेतों तक बिजली पहुंचाई जाती है। उन्होंने बताया कि 6 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
जागरण संवाददाता, सुपौल: दिन-प्रतिदिन गर्म होते सूर्यदेव के तेवर को देखते हुए बाजार की सूरत भी बदली-बदली नजर आने लगी है। इधर दो दिनों से जारी गर्मी के कहर से लोग-बाग बेहाल बने हुए हैं। सुबह के दस बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है जो शाम को ही चहल-पहल बढ़ती है। सड़कों पर गन्ने व मौसमी के जूस तो बेल का शरबत निकालने में ठेला दुकानदार व्यस्त हो गए हैं। चाय-काफी एवं मिठाई की दुकानों में शाही लस्सी की मूल्य तालिका के साथ गुणवत्ता का बोर्ड लटक गया है। कोल्ड ड्रिक्स और फ्रूट जूस के विक्रेता एवं डिस्ट्रीब्यूटर की सक्रियता बढ़ गई है। कारोबारियों का कहना है कि गर्मी के चढ़ते मिजाज को देख उम्मीद की जा सकती है कि इस सीजन में कारोबार बेहतर होगा।
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सड़क किनारे लगे ठेले
मुख्य मार्गों सहित चौक-चौराहों एवं हाटों में गन्ने व मौसमी के जूस निकालने एवं लजीज शीतल पेय, कुल्फी और बेल के शरबत बनाने में हॉकर व्यस्त होने लगे हैं। कारोबार से जुड़े लोगों ने बताया कि मुख्यालय में इस तरह के दर्जनों हॉकर हैं जो हजारों का कारोबार प्रतिदिन करते हैं।
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रसीले फलों की भी बढ़ी मांग
गर्मी के दस्तक के साथ रसीले फलों की मांग बढ़ गई है। संतरा, अंगूर, पपीता, चीकू और अनार जैसे फलों की बिक्री में कई गुना वृद्धि हुई है। तरबूज, खीरा आदि पर तो लोग टूट पड़ते हैं। गर्मी बढ़ने के साथ ही हरी सब्जियां भी महंगी हो चली है।
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कोल्ड ड्रिक्स का जलवा बरकरार
पान, किराना, चाय, मिठाई की दुकान से लेकर दूध, स्टेशनरी एवं साइवर कैफे तक में कोल्ड ड्रिक्स उपलब्ध रहता है। कोल्ड ड्रिक्स के कारोबारी रजनीश बताते हैं कि अनुमंडल क्षेत्र में शीतल पेय का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। सभी कंपनियां मिलकर सीजन में कोल्ड ड्रिक्स व फ्रूट जूस में लाखों रुपये का कारोबार करती है।
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जूस पसंद करने लगे हैं शौकीन
हाल के कुछ वर्षो में फ्रूट जूस का दायरा खूब बढ़ा है। ब्रांडेड कंपनियों के डिब्बाबंद जूस लोगों की पहली पसंद साबित हो रही है। वहीं मिल्क सेक व लस्सी भी बाजार में लोगों की पसंद बनी हुई है। खासकर बच्चों में इसका क्रेज बढ़ता जा रहा है। दूसरी ओर ताजे फलों के रस का बाजार भी चल पड़ा है। ठेलों पर बिक रहे इन रस का स्वाद लोग सड़क किनारे खड़े-खड़े उठाते हैं।
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