तूफान 'मोंथा' के कारण खेतों में पानी भरा, रबी फसल की देरी से बुआई से उपज में गिरावट का खतरा
सिवान जिले के रघुनाथपुर में बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। चक्रवाती तूफान 'मोंथा' के कारण खेतों में पानी भर गया है, जिससे रबी फसल की बुआ ...और पढ़ें

तूफान 'मोंथा' के कारण खेतों में पानी भरा
संवाद सूत्र, रघुनाथपुर (सिवान)। प्रखंड में बेमौसम बारिश ने एक बार फिर किसानों की चिंताएं बढ़ा दी है। पिछले पूर्व की माह अक्टूबर 2025 के अंत में, चक्रवाती तूफान 'मोंथा' से यह तूफान नवंबर 2025 के आखिरी दिनों में सक्रिय हुआ।
जारी अनियमित और जोरदार बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है, जिससे रबी सीजन की बुआई पर सीधा असर पड़ा है। आमतौर पर इस समय किसानों के खेतों में बुआई का काम तेज़ी पकड़ लेता है, लेकिन अत्यधिक नमी के चलते अधिकांश जगहों पर काम ठप पड़ा है।
पानी की वजह से खेतों में पड़ा धान
अभी भी किसानों की धान पानी की वजह से खेतों में पड़ा हुआ हैं। निखती कलां गांव की किसान रत्नेश्वर सिंह ने कहा कि मौसम साफ न होने से खेतों में मशीनें तक नहीं उतारी जा पा रहीं। बुआई में हो रही देरी से फसल की पैदावार पर नकारात्मक असर पड़ने का खतरा बढ़ गया है।
कृषि विशेषज्ञों बीटीएम डॉ सतीश कुमार सिंह का मानना है कि देर से बुआई होने पर फसल की बढ़वार प्रभावित होती है, जिससे उपज में भारी गिरावट आ सकती है। साथ ही, बदलते मौसम के कारण कीट और रोग लगने की आशंका भी अधिक होती है।
नरहन निवासी किसान ओमप्रकाश गिरी ने बताया कि किसान आर्थिक नुकसान की आशंका से भी परेशान हैं। लागत बढ़ने और समय कम होने से उनकी मुश्किलें दोगुनी हो गई हैं।
विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि मौसम सुधरते ही किसान कम अवधि वाली किस्मों का चयन करें। वहीं, किसानों का कहना है कि सरकार को बीज, खाद और फसल बीमा में तुरंत राहत देनी चाहिए, ताकि वे नुकसान से उबर सकें।

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