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हहवां के लाल की पुलवामा के उवनतीपुर में बर्फ में दबने से मौत

जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अजय मांझी जयराम प्रसाद पूर्व मुखिया लालबाबू यादव योगेश सिंह सहित कई लोग स्वजन को ढाढ़स बंधा रहे थे। 2003 में सुनील का हुआ था चयन 2003 में सुनील साह का चयन एयरफोर्स में हुआ। इसके बाद 2007 में उनकी शादी चैनपुर मुबारकपुर निवासी उदय प्रसाद की पुत्री ममता कुमारी के साथ हुई थी। सुनील कुमार को एक

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 06:22 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:22 PM (IST)
हहवां के लाल की पुलवामा के उवनतीपुर में बर्फ में दबने से मौत
हहवां के लाल की पुलवामा के उवनतीपुर में बर्फ में दबने से मौत

सिवान। थाना के हहंवा गांव निवासी श्यामलाल साह के पुत्र सुनील साह की मौत जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के उवनतीपुर में बर्फ में दबने से हो गई। घटना 14 जनवरी की है। सुनील साह उवनतीपुर में एयरफोर्स के सार्जेंट पद पर तैनात थे। वे आर्मी के पांच अन्य

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जवानों के साथ ड्यूटी पर तैनात थे तभी बर्फबारी तेज हो गई। अभी वे कुछ समझ पाते तबतक सुनील साह समेत छह जवान बर्फ में दब गए जिससे उन सभी की मौत हो गई। सार्जेंट अमित कुमार सिंह ने बताया कि बर्फबारी इतनी तेज थी कि वहां से उनका शव लाना बहुत मुश्किल था। फिर 16 जनवरी को उवनतीपुर से हेलीकॉप्टर की मदद से उनका शव श्रीनगर लाया गया, फिर श्रीनगर से दिल्ली लाया गया। दिल्ली से एयर इंडिया के विमान से पटना लाया गया,जहां बिहटा से पहुंचे एयरफोर्स बेस के सार्जेंट मनोज कुमार के नेतृत्व में चार जवानों ने सुनील कुमार का शव शनिवार को उनके गांव लाया। सुनील के शव के साथ उवनतीपुर से सार्जेंट अमित कुमार सिंह आए थे। शव पहुंचते ही हहवां, ईटहरी, रिसौरा, जिगरहवां गांव से काफी संख्या में लोग पहुंच गए। सभी सुनील के शव की एक झलक पाने को बेताब दिखे। शव यात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल थे।

शव पहुंचते ही स्वजनों में मचा कोहराम :

सुनील का शव हहवां गांव स्थित उनके घर पहुंचा तो स्वजनों में कोहराम मच गया। स्वजनों की चीत्कार से वहां आसपास के लोगों की आंखें नम हो गईं। वे अपनी आंसू नहीं रोक सके। पूरा माहौल गमगीन हो गया। उनकी दादी गगरी देवी लाठी के सहारे अपने पोता के शव को देख दहाड़ मारकर रोने लगी। पुत्र की मौत से मां दुलारी देवी बेसुध हो गई। बहन माधुरी कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल था। वह अपने भाई के शव से लिपकर दहाड़ मारकर रो रही थी। पत्नी ममता देवी की चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया था। उसे लोग संभाल रहे थे। वहीं पंचायत के मुखिया मंसूर आलम, जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अजय मांझी, जयराम प्रसाद, पूर्व मुखिया लालबाबू यादव, योगेश सिंह सहित कई लोग स्वजन को ढाढ़स बंधा रहे थे।

2003 में सुनील का हुआ था चयन

2003 में सुनील साह का चयन एयरफोर्स में हुआ। इसके बाद 2007 में उनकी शादी चैनपुर मुबारकपुर निवासी उदय प्रसाद की पुत्री ममता कुमारी के साथ हुई थी। सुनील कुमार को एक 8 वर्ष का पुत्र अंश कुमाल तथा एक 6 वर्ष की पुत्री श्रेया कुमारी है। सुनील के पिता श्यामलाल साह बेंगलुरू में काम करते है। सुनील तीन भाइयों में सबसे बड़ा था।दूसरा भाई अजीत कुमार की भी शादी हो गई है। तीसरे भाई अनिल कुमार की शादी नहीं हुई है। वहीं दो बहन में एक बहन मीरा देवी की शादी हो गई है,दूसरी बहन माधुरी कुमारी की शादी अभी नहीं हुई है।

सुनील का परिवार दिल्ली में रहता था :

सुनील की पत्नी ममता देवी अपने दोनों बच्चों को लेकर दिल्ली में रहती थी। वहीं दोनों बच्चे पढ़ते थे। सुनील जून 2019 में अंतिम समय अपने घर आए थे।

अनुमंडल के पदाधिकारियों के नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों में रोष :

अनुमंडल मुख्यालय से किसी पदाधिकारी या पुलिस पदाधिकारी के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में रोष देखा गया। ग्रामीणों ने एसडीओ ने बात की। एसडीओ मंजीत कुमार ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया,उसके बाद शव को श्मशान ले जाया गया। वहीं बीडीओ नंदकिशोर साह ने हहवां पहुंच स्वजनों से मिल सांत्वना दी।


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