पुस्तक की राशि एक सप्ताह में खाते में भेजने का आदेश
प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के बच्चों के बैंक खाते में एक सप्ताह के अंदर पुस्तक की राशि भेजने का आद
प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के बच्चों के बैंक खाते में एक सप्ताह के अंदर पुस्तक की राशि भेजने का आदेश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शम्शी अहमद ने सभी प्रधानाध्यापकों को दिया है। नौ साल से कम उम्र के वैसे बच्चे जिनका बैंक अकाउंट किसी कारण से नहीं खुल सका है उनके माता-पिता अथवा अभिभावक के खाते में राशि भेजी जाएगी। उसके बाद शेष बच्चों के लिए राशि का डिमांड करने को कहा गया। प्रधानाध्यापकों की मासिक बैठक में यह निर्देश दिया गया। कई विद्यालयों से ऐसी शिकायत मिली थी कि बच्चों के खाता में पुस्तक की राशि अभी तक नहीं पहुंची है। निरीक्षण के दौरान भी यह बात सामने आई कि बहुत सारे बच्चों के पास पुस्तकें नहीं हैं और उन्हें पुस्तक की राशि नहीं मिल सकी है। इसको लेकर बीईओ ने संबंधित प्रधानाध्यापकों को फटकार लगाई, जबकि पूछे जाने पर वैसे प्रधानाध्यापकों ने कहा कि छोटे बच्चों का खाता बैंक नहीं खोल रहे हैं जिसके कारण पुस्तक की राशि बैंक अकाउंट के माध्यम से भेजने में परेशानी हो रही है। बैठक में ऊर्जा चित्रकला प्रतियोगिता 10 सितंबर को विद्यालय स्तर पर कराने का निर्देश दिया गया। इसमें कक्षा 4 से 10 वीं तक के छात्र भाग ले सकेंगे। विद्यालय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले दो प्रतिभागी का चयन कर बीआरसी को सूची सौंपने को कहा गया। 2012-13 में विद्यालयों को पुस्तकालय के लिए दी गई राशि को लौटाने का निर्देश प्रधानाध्यापकों को दिया गया। मध्य विद्यालय को दस हजार और प्राथमिक विद्यालयों को तीन हजार रुपये पुस्तकालय के लिए पुस्तक खरीदने को उपलब्ध कराई गई थी, लेकिन गुणवत्तापूर्ण पुस्तकों के क्रय में गड़बड़ी पाई गई। इसी तरह कुछ मध्य विद्यालयों में विज्ञान किट्स की राशि भेजी गई थी। ठेकेदार के माध्यम से उसकी आपूर्ति करा ली गई जो गुणवत्तापूर्ण नहीं थी। उस राशि को लौटाने का भी निर्देश दिया गया। बैठक में रमेश कुमार ¨सह, मकबूल अहमद, महबूब आलम, अमरेंद्र कुमार, रफीक अंसारी, घनश्याम तिवारी, अमितेश कुमार, पुष्पा ¨सह, अशोक पांडेय, मुनीब अंसारी, सुनील दुबे समेत कई प्रधानाध्यापक और संकुल समन्वयक मौजूद थे।