Updated: Tue, 16 Jul 2024 04:58 PM (IST)
Latest Bihar News सरयू नदी का वाटर लेवल कम होने से तटवर्ती इलाकों में बसे किसानों को थोड़ी राहत मिली है। जेई सुनील कुमार ने बताया कि जैसे ही पहाड़ी इल ...और पढ़ें
संसू, जागरण, गुठनी (सिवान)। सरयू नदी का जल स्तर कम होने से तटवर्ती इलाकों में बसे किसानों ने राहत की सांस ली है। जल संसाधन विभाग के जेई मदन मोहन ने बताया कि दरौली में मंगलवार को सरयू नदी का जलस्तर 60.510 सेमी दर्ज किया गया है।
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वहीं, सोमवार को जलस्तर 60.610 सेमी था जबकि रविवार को 60.640 सेमी दर्ज किया गया था। सरयू नदी का डेंजर लेवल 60.82 सेंटीमीटर है जबकि सिसवन में सरयू नदी का जल सतर 55.910 सेमी. दर्ज किया गया है जबकि यहां डेंजर लेवल 57.04 सेमी. तथा वार्निंग लेवल 56.04 सेमी. है।
जेई सुनील कुमार ने बताया कि जैसे ही पहाड़ी इलाकों और मूसलाधार वर्षा की रफ्तार कम होगी, निचले इलाकों में आने वाले जलस्तर कम हो जाएगा। वहीं सरयू नदी के जलस्तर पर हमारी टीम लगातार नजर रखी हुई है। इस मामले में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
धान की खेती के लिए जाना जाता है दरौली और गुठनी का क्षेत्र
दरौली और गुठनी प्रखंड मुख्यालय के करीब 16 से अधिक गांव में धान की खेती होती है। इन गांवों में करीब 456 एकड़ भूमि में धान की खेती की जाती है, सरयू नदी के अचानक जल स्तर बढ़ने से निचले इलाकों में जलजमाव जैसी स्थिति हो गई है।
किसानों की माने तो अचानक बढ़े जलस्तर से निचले इलाकों में पानी घुस गया जो काफी दिनों तक रह सकता है। इसमें धान की बोआई संभव नहीं है। इससे किसानों के सामने एक विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। इससे उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
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