Move to Jagran APP

देर रात हुजहुजीपुर पहुंचा सविता का शव, भड़के ग्रामीण, 12 घंटे बाद हुआ दाहसंस्कार

थाना के हुजहुजीपुर गांव में महिला सिपाही का शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 11:55 PM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 11:55 PM (IST)
देर रात हुजहुजीपुर पहुंचा सविता का शव, भड़के ग्रामीण, 12 घंटे बाद हुआ दाहसंस्कार
देर रात हुजहुजीपुर पहुंचा सविता का शव, भड़के ग्रामीण, 12 घंटे बाद हुआ दाहसंस्कार

सिवान। थाना के हुजहुजीपुर गांव में शुक्रवार की रात्रि करीब 11 बजे महिला सिपाही सविता पाठक (22) का शव पोस्टमार्टम कराने के बाद पटना से गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों के चीत्कार से ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। शव के साथ कोई कागजात और फोर्स को ना देख ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा करने लगे और शव को गाड़ी से उतारने से इन्कार करते हुए वरीय अधिकारी को बुलाने की मांग को लेकर रात 11 से लेकर शनिवार की दोपहर 12 बजे तक हंगामा करते रहे। शनिवार की सुबह अचानक आक्रोशित ग्रामीणों की संख्या में बढ़ोतरी को देख संबंधित अधिकारी ने एसपी नवीन चंद्र झा को तत्काल इसकी सूचना दी। सूचना के बाद आंदर इंस्पेक्टर मनोज कुमार, बीडीओ नीलम समीर, हुसैनगंज सीओ, थानाध्यक्ष परशुराम ¨सह, आंदर थाना

loksabha election banner

थाने की पुलिस गांव पहुंची और किसी तरह ग्रामीणों को समझाया । जिसके बाद शव का सम्मान के साथ रकौली घाट पर दाहसंस्कार किया गया।

12 घंटे के बाद सविता के शव का हुआ दाहसंस्कार :

महिला सिपाही सविता पाठक का शव शुक्रवार की रात 11 बजे हुजहुजीपुर गांव आया। वरीय अधिकारी के इंतजार में महिला सिपाही सविता पाठक का शव करीब 12 घंटे दरवाजे पर ही पड़ा रहा। उसके बाद वरीय अधिकारी एवं प्रखंड अधिकारियों के नहीं आने के कारण उग्र ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और शव को गाड़ी से नहीं उतारने की बात कही। पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा जो आर्थिक मदद मिलता है उसे दिया जाएगा एवं आगे की जो कार्रवाई होगी वह भी जल्द हो जाएगी।

भाई-बहनों में सबसे छोटी थी सविता :

थाना क्षेत्र के हुजहुजीपुर त्रिलोकी नाथ पाठक की मृत पुत्री सविता पाठक की नौकरी वर्ष 2018 के अगस्त माह में सिपाही पद पर हुई थी, जो पटना पुलिस लाइन में ट्रे¨नग ले रही थी। इसी दौरान सविता पाठक को डेंगू हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

वह तीन बहन एवं दो भाईयों में सबसे छोटी थी जो इंटर की पढ़ाई करने के बाद पुलिस की नौकरी कर रही थी।

सविता अपने भाई को बनाना चाहती थी बड़ा अफसर :

भाई बाल्मीकि पाठक ने बताया कि मेरी बहन मुझसे छोटी थी,मुझसे पहले उसकी नौकरी बिहार पुलिस में हो गई थी। उसने मुझसे वादा किया था कि मैं रुपये कमाकर घर की आर्थिक स्थिति को सुधार दूंगी एवं भाई को बड़ा अफसर बनाऊंगी। उसी के बल पर मैं नौकरी की तैयारी कर रहा था, लेकिन मेरी बहन का सपना अधूरा रह गया। भाई ने बताया कि पुलिस विभाग अगर मेरी बहन की अच्छी तरह देखभाल करता एवं इलाज के लिए समय पर छुट्टी दे देता तो मेरी बहन हम लोगों के बीच रहती।

मां ने कहा बहुत लाड प्यार से पाला था बेटी को :

बेटी का शव देख मां गीता देवी बार-बार बेहोश हो जा रही थी। शव को पकड़ कर रो-रोकर बोल रही थी कि मैंने बहुत लाड प्यार से अपनी बेटी को पाला था एवं बहुत मेहनत करने के बाद मेरी बेटी को नौकरी नसीब हुई थी। भगवान बेटी से पहले मुझे ही क्यों नहीं उठा लिए। वैसे भी मैं दवा पर कितना दिन जीवित रहूंगी।

एक साथ छह लड़की व एक लड़का बिहार पुलिस में हुए थे बहाल :

थाना क्षेत्र के खेढ़ाय पंचायत के विभिन्न गांव से 2018 अगस्त महीना में एक साथ छह लड़की एक लड़का ने बिहार पुलिस में नौकरी हासिल की थी। उस समय पंचायत के सभी ग्रामीणों में काफी खुश थे, लेकिन तीन माह बाद ही खुशी गम में काफूर हो गई। खेढ़ाय गांव निवासी अंतिमा कुमारी, विशुनदेव राम,मीरपुर गांव निवासी सलौनी कुमारी, पिपरा गांव निवासी प्रीति कुमारी,दोआएं गांव निवासी अमृता ¨सह एवं रीतू ¨सह, हुजहूजीपुर गांव निवासी मृत महिला सिपाही सविता पाठक बताई जा रही है जो आज हमारे बीच नहीं है।

महिला सिपाही के शव पर प्रशासन ने किया माल्यार्पण :

मामला शांत होने के बाद महिला सिपाही के शव को पुलिस ने गाड़ी से नीचे उतारकर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। इंस्पेक्टर मनोज कुमार, थानाध्यक्ष परशुराम ¨सह, बीडीओ नीलम समीर, सीओ हुसैनगंज, राजद जिलाध्यक्ष परमात्मा राम सहित अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी।

मृत सिपाही के परिजन को दी गई 25 हजार :

महिला सिपाही सविता पाठक के परिजन को बीडीओ नीलम समीर ने सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत 25 हजार रुपये आर्थिक मदद की एवं खेढ़ाय पंचायत क मुखिया उद्धव कुमार यादव ने कबीर अंत्येष्टि के मद से तीन हजार रुपये की राशि प्रदान किया।

परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे सभी पार्टियों के छोटे-बड़े कार्यकर्ता :

सिपाही सविता पाठक की मौत की खबर सुनकर गांव में सनसनी फैल गई। मृत महिला सिपाही के परिजनों को सांत्वना देने के लिए नेताओं का तांता लग गया। इस दौरान दरौली विधायक सत्यदेव राम, राजद जिलाध्यक्ष परमात्मा राम, प्रमुख प्रतिनिधि ललन यादव,जिला पार्षद शीतल पासवान, युगलकिशोर ठाकुर,ओसिहर यादव, मो. अकरम, संतोष यादव सहित दर्जनों जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.