पहली कक्षा : पद्य को पढ़कर उनके भावार्थ सरल शब्दों में समझाया
एमए करने के बाद ¨हदी शिक्षिका के पद पर दुर्गा उच्च विद्यालय शाहपुर सूतिहार छपरा में योगदान दिया। विद
एमए करने के बाद ¨हदी शिक्षिका के पद पर दुर्गा उच्च विद्यालय शाहपुर सूतिहार छपरा में योगदान दिया। विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र का होने के कारण वहां ग्रामीण परिवेश था। पहली महिला शिक्षक के आने की सूचना पर काफी संख्या में ग्रामीण वहां एकत्रित हो गए थे। प्रधानाध्यापक शशि भूषण ¨सह ने मुझसे पूछा कि किस कक्षा में पढ़ाना चाहती हैं। मैंने कहा आप जिस कक्षा में कहें। उन्होंने 10वां ए में ¨हदी पढ़ाने को कहा। कक्षा में प्रवेश करते ही देखा कि ग्रामीण क्षेत्र के बड़े-बड़े बच्चे थे। फिर भी पढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। पूर्व का ज्ञान प्रशिक्षण और बच्चों को पढ़ाने का अनुभव काम आया। बच्चों ने ¨हदी पद्य पढ़ाने को कहा। मैंने पहले कठिन शब्दों के अर्थ श्यामपट पर लिखा। फिर पद्य को पढ़कर उनके भावार्थ सरल शब्दों में समझाया। जब मैं कक्षा से बाहर निकली तो आत्म संतुष्टि के भाव मेरे चेहरे पर साफ झलक रहे थे। कुमारी शारदा देवी, प्राचार्या
टाउन उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज, मैरवा (सिवान)