लॉकडाउन से प्रभावित वेंडरों को मिलेगा 10 हजार का लोन
फुटपाथी दुकानदारों को रोजगार में सहायता के लिए केंद्र सरकार की योजना के तहत लोन दिया जा रहा है।
फोटो 29 सिव 13 : - मोबाइल एप के माध्यम से वेंडरों का कराया जाएगा सर्वे
जासं, सिवान : कोविड-19 के चलते काम-धंधे को लेकर हर वर्ग परेशान है, खासकर फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। लॉकडाउन के बाद से इन दुकानदारों का रोजगार बंद ही हो गया था। लॉकडाउन में रियायत मिलने के बाद फिर से इन स्ट्रीट वेंडरों को दुकान लगाने व ठप पड़े व्यवसाय को पुन: चालू करने को लेकर सरकार ने प्रधानमंत्री स्व निधि (पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि) योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत वेंडरों को 10 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
यह योजना ठप पड़ चुके रोजगारों को दोबारा चालू करने में काफी मददगार साबित होगा। इस योजना के तहत छोटे कामकाजियों की आर्थिक मदद की जाएगी। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी बसंत कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के कारण वेंडरों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। इस बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार आत्म निर्भर योजना के तहत वेंडरों को दस हजार रुपया का लोन मुहैया कराया जाएगा, ताकि वो अपने व्यवसाय को पुन: पटरी पर ला सके। एक साल के लिए दिया जाएगा लोन :
शहर में सड़कों के किनारे सामान बेचने वाले, रेहड़ी-पटरी वालों सहित फुटपाथी दुकानदारों को 10 हजार रुपये तक का कर्ज सरकार एक साल के लिए देगी। यह राशि उन्हें किश्तों में लौटाना होगा। बता दें कि लोन लेने को लेकर किसी तरह की कोई गारंटी नहीं ली जाएगी। योजना के अनुसार समय पर लोन चुकाने वाले के बैंक खाते में सरकार 7 फीसदी वार्षिक ब्याज उनके खातों में ट्रांसफर करवाएगी। लोन के लिए मोबाइल एप या पोर्टल से आवेदन किया जा सकता है। कहते हैं अधिकारी
वेंडरों की पहचान के लिए मोबाइल एप के माध्यम से सर्वे का कार्य कराया जाएगा। बैंक के नियमानुसार वेंडरों को लोन उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे लॉकडाउन के दौरान वे अपना ठप पड़े या बंद हो गए व्यवसाय को पुन: सुचारू रूप से चालू कर सके। बसंत कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद सिवान