पहला मरीज : दमा से पीड़ित 50 वर्षीय बुजुर्ग का किया था इलाज
1997 में कोलकाता से एमबीबीएस (एएम) करने के बाद मैं बसंतपुर आया।
1997 में कोलकाता से एमबीबीएस (एएम) करने के बाद मैं बसंतपुर आकर पहले सिवान में एक कार्य मे संबंधियों का हाथ बंटाने लगा। 2000 में पुन:बसंतपुर आकर अपना निजी क्लीनिक प्रारंभ किया। पहले दिन भगवानपुर प्रखंड के सिपार का रहने वाला एक 50 वर्षीय बुजुर्ग इलाज के लिए मेरे पास आया। देखने में काफी कमजोर एवं गरीब था। वह दमा का रोगी था। मैं उपर वाले को याद कर उसका इलाज शुरू किया और एक इंजेक्शन लगाकर दवा लिख दिया। वह बोला मेरे पास पैसे नहीं है। मैंने इसके बाद मरीज को अपनी तरफ से दवा भी मुहैया कराया। सातवें दिन वह आकर मरीज ने बताया कि वह पहले से स्वस्थ है, इससे मुझे काफी खुशी हुई। वो व्यक्ति आज भी ¨जदा है, दवा कराने मेरे पास आता है। गरीबों की मदद और धार्मिक कार्यों में हाथ बटाने से मुझे सुकून मिलता है। डॉ. नईम अहमद, महाराजगंज रोड, बसंतपुर (सिवान)