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शादी के कार्ड पर छपवाया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

सिवान। सिवान की बेटियों ने कुछ अलग करने का मन बना लिया है। यहां की बेटियां जन जागरूकता चलाकर लोगों क

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 09:24 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 09:24 PM (IST)
शादी के कार्ड पर छपवाया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
शादी के कार्ड पर छपवाया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

सिवान। सिवान की बेटियों ने कुछ अलग करने का मन बना लिया है। यहां की बेटियां जन जागरूकता चलाकर लोगों को कभी सुरक्षित यातायात का संदेश दे रही हैं तो कभी आगजनी की घटनाओं से बचाव के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसी कड़ी से जुड़कर अब सिवान की एक और बेटी ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है। इस बेटी का नाम अमृता है। अमृता ने अपनी शादी के निमंत्रण कार्ड के पीछे पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए लोगों को प्लास्टिक के उपयोग से परहेज करने की सलाह दी है। अमृता की शादी के कार्ड के पिछले हिस्से पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश के नाम से लोगों को जागरूक करने के लिए प्लास्टिक के इस्तेमाल से ना करने की सलाह दी गई है। जो अपने आप में एक अनूठा कदम है।

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शादी के कार्ड के पीछे छपवाया विश्व पर्यावरण दिवस का थीम

नौतन थाना क्षेत्र के मराछी निवासी राजू कुमार मिश्र और पूनम मिश्र की पुत्री अमृता की शादी 29 जून को होने वाली है। अमृता की शादी दरौली के राजेंद्र तिवारी के पुत्र ज्ञांति देवी के पुत्र नीरज तिवारी से तय हुई है।

अमृता ने अपनी शादी में आने के लिए दिए जाने वाले निमंत्रण कार्ड के पिछले हिस्से में विश्व पर्यावरण दिवस 2018 का थीम प्लास्टिक प्रदूषण को मात दें छपवाया है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है। जिसमें प्लास्टिक से होने वाली हानि, दुष्परिणाम, आदि के बारे में जानकारी दी है।

अमृता के चाचा करते हैं सामाजिक जागरूकता का कार्य

अमृता के चाचा मनोज मिश्र परफेक्ट विजन नाम की एक संस्था चलाते हैं। साथ ही इसके वे सचिव हैं। उन्होंने प्लास्टिक के प्रयोग से होने वाले प्रदूषण पर चर्चा करते हुए सिवान को प्लास्टिक मुक्त बनाने में सभी की भागीदारी सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में प्लास्टिक का प्रयोग करते हैं वह बेंजीन, क्लोराइड, विनायल और इथनॉल आक्साइड का उत्सर्जन कर हवा में जानलेवा जहर खोलता है, इससे जल चक्र में बाधक बन बारिश रोकता है एवं भूजन को बढ़ने से रोकता है, पेड़-पौधों तक उनका आहार पहुंचने, धरती की उर्वरा शक्ति समाप्त कर कृषि उपज

को प्रभावित करता है। साथ ही जलीय जीवों एवं पशुओं की आंतों में पहुंचकर उनके असमय मौत का कारण बनता है, इसके अलावा कई समस्या को उत्पन्न करता है। उन्होंने पर्यावरण की सुरक्षा को ले पॉलीथिन का बहिष्कार करने तथा कपड़े, जुट से बने झोला लेकर बाजार जाने का सभी से आह्वान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके पूर्व नगर परिषद के साथ बैठक में आगामी 2 अक्टूबर से सिवान नगर क्षेत्र में 50 माइक्रोफोन से कम के प्लास्टिक का इस्तेमाल प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है।


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