सिवान में छोटे व गरीब किसानों को भाड़े पर कृषि संयंत्र देगा पैक्स
जिले के छोटे और गरीब किसानों को अब अत्याधुनिक कृषि संयंत्र के लिए भटकना नहीं होगा। पंचायत में ही पैक्स उन्हें भाड़े पर ट्रैक्टर व अन्य कृषि संयंत्र उपलब्ध कराएगा। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना के तहत जिले में किसानों को इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना किसानों के लिए सहायक साबित होगी।
सिवान । जिले के छोटे और गरीब किसानों को अब अत्याधुनिक कृषि संयंत्र के लिए भटकना नहीं होगा। पंचायत में ही पैक्स उन्हें भाड़े पर ट्रैक्टर व अन्य कृषि संयंत्र उपलब्ध कराएगा। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना के तहत जिले में किसानों को इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना किसानों के लिए सहायक साबित होगी। जो किसान खेती-बाड़ी से जुड़ी आधुनिक मशीन खरीदने में असमर्थ हैं, वे आसानी से पैक्सों के माध्यम से मामूली भाड़ा देकर मशीन का लाभ उठा सकेंगे। जिले में किसानों को योजना का लाभ मिलना शुरू भी हो गया है। जानकारी के अनुसार फिलहाल ट्रैक्टर एवं कई अन्य संयंत्र पैक्सों को उपलब्ध भी कराए जा रहे हैं।
कृषि यांत्रिकरण को बढ़ावा मिलने के साथ उपज में होगी वृद्धि :
मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना के तहत जिले के 46 पैक्सों का चयन किया गया है। इसके माध्यम से किसानों को कृषि संयंत्र भाड़े पर उपलब्ध कराया जाएगा। पहले चरण में पैक्सों को 23 ट्रैक्टर मिले हैं। जो किसानों को भाड़े पर दिए जाएंगे। अन्य पैक्सों द्वारा भी संयंत्र खरीदारी की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। आर्थिक तंगी की वजह से छोटे किसान महंगे कृषि संयंत्र की खरीदारी नहीं कर पाते हैं। इस कारण यांत्रिकरण का लाभ उन्हें नहीं मिल पाता है। ऐसे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना की शुरुआत की है। इससे एक तरफ जहां कृषि यांत्रिकरण को बढ़ावा मिलेगा वहीं दूसरी ओर किसानों के उपज में वृद्धि होगी और उनकी आय बढ़ेगी।
क्या कहते हैं जिम्मेदार :
हरित कृषि संयंत्र योजना के तहत जिले के 46 पैक्सों का चयन किया गया है। इस योजना से किसानों की उपज बढ़ने के साथ आय में वृद्धि होगी। सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जो भी किसान खेतीबाड़ी से जुड़ी आधुनिक मशीन खरीदने में असमर्थ हैं, वे आसानी से पैक्सों के माध्यम से निर्धारित भाड़ा देकर मशीनों का लाभ उठा सकेंगे।
संतोष कुमार झा, जिला सहकारिता पदाधिकारी, सिवान।