धनतेरस व दीपावली को लेकर बाजार हुआ गुलजार, सजने लगी दुकानें
सिवान। पांच पर्वों के महापर्व दीपावली की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 25 नवंबर शुक्रवार को इस मंगल पर्व की शुरुआत हो जाएगी। यह कार्तिक मास कृष्णपक्ष की त्रयोदसी को मनाया जाता है जो कि इस साल 25 को मनाया जाएगा। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों पर्व की तैयारी जोरशोर से चल रही है।
सिवान। पांच पर्वों के महापर्व दीपावली की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 25 नवंबर शुक्रवार को इस मंगल पर्व की शुरुआत हो जाएगी। यह कार्तिक मास कृष्णपक्ष की त्रयोदसी को मनाया जाता है, जो कि इस साल 25 को मनाया जाएगा। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों पर्व की तैयारी जोरशोर से चल रही है। इसको लेकर चहुंओर उत्साह का आलम है। लोग अपने घरों सहित प्रतिष्ठानों की साफ-सफाई व रंगरोगन कराने में जुटे हुए हैं। बाजार में भी इस महापर्व के स्वागत की विशेष तैयारी की जा रही है।
दशहरा बीतने के बाद ही व्यवसायियों ने धनतेरस की तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर सभी दुकानदार अपनी अपनी दुकानों में तरह-तरह के आइटम सजाने लगे हैं। धनतेरस व दीपावली को लेकर बाजारों में अभी से ही चहल पहल देखी जा रही है। मान्यता है कि इस दिन नए सामान (सोना, चांदी या नए बर्तन) की खरीदारी कर अपने घर लाने से पूरे साल मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। यहीं कारण है कि धनतेरस के मौके पर बाजारों में चहल-पहल बढ़ जाती है। पटाखे, इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित अन्य वस्तुओं से बाजार पूरी तरह से सज गए हैं। लोग भीड़भाड़ को देखते हुए पहले से ही अपनी सामर्थ्य के हिसाब से खरीदारी कर भी रहे हैं। व्यवसायी व दुकानदार उम्मीद लगाए हैं कि इस बार लोग अच्छी बिक्री होगी। चूंकि दीपावली व धनतेरस को लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान, ज्वेलरी की दुकान, बर्तन आदि के दुकानदारों को दीपावली में अच्छी बिक्री की उम्मीद है।
ये हैं पांच प्रमुख पर्व :
आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि 25 अक्टूबर को धनतेरस के साथ पर्व शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 26 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी, 27 अक्टूबर को दीपावली, व 28 अक्टूबर को अन्नकूट गोवर्धन पूजा, 29 अक्टूबर को यम द्वितीया या भैया दूज व चित्रगुप्त पूजा है।
दीये की कीमत :
बाजारों में रंग बिरंगे झालर व लाइटों की कीमत 50 से 500 रुपये तक हैं। मिट्टी के छोटे-बड़े दीये, ढंकनी, चार मुखी दीया भी बाजार में आ चुके हैं।
छोटा दीपक सौ रुपये सैकड़ा,
बड़ा दीपक 200 रुपये सैकड़ा,
चार मुखी दीया 500 रुपये सैकड़ा के हिसाब से बिक रहा है।
गणेश एवं लक्ष्मी की मूर्तियां भी बाजार में सजी हुई हैं, जिनकी कीमत 50 से 450 रुपये तक हैं।
कपड़ों की दुकानों पर उमड़ रही भीड़ :
दीपावली व छठ पूजा को लेकर लोग अभी से ही मार्केटिग का कार्य शुरू कर दिए हैं। इसको लेकर दुकानों पर चहल-पहल बढ़ गई है। दुकानदार भी ग्राहक के मांग के अनुसार तरह-तरह के कपड़े दुकान में सजा दिए हैं। ग्राहक अपने पसंद के कपड़े खरीदारी कर रहे हैं। तुलसी वस्त्रालय के विनीत कुमार अग्रवाल ने बताया की ज्यादतर पांच सौ 15 सौ रुपए की साढ़ी महिलाएं अधिक पसंद कर रही हैं। ऐसे बजट के अनुसार महंगे कपड़े भी बिक रहे हैं। लेकिन इसके खरीदार कम मिल रहे हैं।
बरसात से पटाखों की बिक्री पर असर :
दशहरा के शुरू में ही बारिश से पटाखों की बिक्री ज्यादा प्रभावित हुई है। लेकिन दिन जैसे ही मौसम में सुधार हुआ। बिक्री भी ठीक होने लगी। पटाखा व्यवसायी क्यूम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के विक्रेता अब बाजार में खरीदारी को आ रहे हैं। लेकिन पिछले साल से कम सामान की खरीदारी कर रहे हैं। 50 रुपए से लेकर एक हजार तक के पटाखे बिक रहे हैं। दुकान पर एक बच्ची उमर ने बताया कि फूलझड़ी हमलोगों के लिए अधिक पसंद हैं। यह 50 से 200 रुपए तक आसानी ने मिल जा रही है।
ज्वेलरी की दुकानों में भी उमड़ रहे लोग :
शहर में एक से बढ़कर एक ज्वेलरी की दुकान होने की वजह से शहरी समेत ग्रामीण क्षेत्र के लोग खरीदारी करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। ज्वेलरी दुकानों के संचालकों ने बताया कि हॉल मार्क वाले ज्वेलरी लोगों की पसंद है।