घर पहुंचे इराक में मारे गए पांच बिहारियों के शव-अवशेष, गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार
इराक के मोसुल में आइएसआइएस के हाथों मारे गए बिहारियों के शव उनके पैतृक गांव पहुंचे। वहां मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान क्या-क्या हुआ, पढि़ए इस खबर में।
पटना/ सिवान [जागरण टीम]। इराक के मोसुल में आइएसआइएस आतंकियों के हाथों मारे गए 39 भारतीयों में से पांच बिहार के सिवान जिले के निवासी थे। उनके शव मंगलवार को सिवान लाए गए। सुबह में पुलिस की मौजूदगी में उनके अंतिम संस्कार कर दिए गए। इसके पहले पटना एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित राज्य के कई मंत्रियों व अधिकारियों तथा सिवान पुलिस लाइन में जिलाधिकारी व आरक्षी अधीक्षक सहित पुलिस व प्रशासन के तमाम अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
विदित हो कि कुछ साल पहले इराक के मोसुल शहर में आइएसआइएस आतंकियों द्वारा 39 भारतीयों की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद उनके शव एक पहाड़ी पर गहरे दफन कर दिए गए थे। बाद में उनमें 39 भारतीयों के शवों की पहचान की गई। इनमें बिहार के सिवान के पांच लोग शामिल थे।
सोमवार रात पटना एयापोर्ट पर लाए गए शव अवशेष
सिवान के पांच लोगों के शवों के अवशेष विशेष विमान से सोमवार को रात साढ़े नौ बजे पटना एयरपोर्ट पर लाए गए। वहां विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने शवों के अवशेष राज्य सरकार को सौंपे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एयरपोर्ट स्थित स्टेट हैंगर में पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद स्टेट हैंगर में खड़े फूलों से सजे पांच ट्रकों पर शवों के अवशेष रख उनके गांवों को रवाना कर दिया गया।
सुबह सिवान पहुंचे शव अवशेष, श्रद्धांजलि
पटना एयरपोर्ट ने शव अवशेषों को लेकर के देर रात चले पांच ट्रक सुबह के पहले करीब 2:30 बजे सिवान पुलिस लाइन पहुंचे। वहां पहले से उपस्थित जिलाधिकारी व आरक्षी अधीक्षक सहित पुलिस-प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी मौजूद थे।
शव अवशेष पहुंचने के पहले से सिवान पुलिस लाइन में मृतकों के परिजन भी उपस्थित थे। शव अवशेष पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। परिजनों के रूदन से वहां मौजूद लोग भी आंसू नहीं रोक सके। इसके बाद पुलिस लाइन में ही सबों ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
मृतक, जिनके शव अवशेष लाए गए
विशेष विमान से जिन पांच लोगों के शवों के अवशेष बिहार लाए गए, उनमें आंदर प्रखंड के सहरांव गांव निवासी चंद्रमोहन सिंह के पुत्र संतोष कुमार सिंह, मधुसूदन तिवारी के पुत्र विद्याभूषण तिवारी, मैरवा थाना क्षेत्र के सिसवां खुर्द निवासी रामबहादुर सिंह के पुत्र अदालत सिंह मैरवा के ही हरपुर गांव निवासी राजेंद्र प्रसार के पुत्र धर्मेंद्र कुमार तथा मैरवा के गंडक कॉलोनी निवासी रामायण कुशवाहा के पुत्र सुनील कुमार कुशवाहा के शव अवशेष शामिल हैं। सिवान के ही महाराजगंज प्रखंड के जीबी नगर तरवारा थाना क्षेत्र के फलपुरा गांव निवासी राजू यादव का शव अवशेष नहीं आया है।
परिजनों ने मुआवजा व नौकरी की रखी मांग
बाद में मैरवा के सुनील कुशवाहा के परिजनों ने शव अवशेष लेने से इन्कार कर दिया। उनकी मांग थी कि पंजाब सरकार के तर्ज पर मुआवजा एवं सरकारी नौकरी मिलेगी तो अवशेष लेंगे। बाद में जिलाधिकारी डीएम महेंद्र कुमारके आश्वासन पर उन्होंने शव अवशेष लिए।
अंतिम संस्कार में आतंकवाद के खिलाफ दिखा गुस्सा
इसके बाद सुबह में ही सिवान के मैरवा अदालत घाट तथा पतार घाट पर भी के अंतिम संस्कार कर दिए गए। अंतिम संस्कार के समय स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों में आतंकवाद व हिंसा के खिलाफ भारी गुस्सा देखने को मिला। आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे भी लगे। अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस मौजूद रही।