भूमि निबंधन पर भी कोरोना का असर, पिछले साल से घटा राजस्व
जिले में कोरोना का कहर आम लोगों को प्रभावित कर ही रहा है इसका असर राजस्व से संबंधित विभागों पर भी पड़ रहा है। जिले में भूमि निबंधन कार्यालयों की स्थिति देखें तो पिछले साल की तुलना में 29 मई से कार्यालय खुलने के बाद आधा ही राजस्व विभाग को प्राप्त हो पाया है। इन दिनों भूमि निबंधन 35 से 40 ही एक दिन में हो रहा है।
जासं, सिवान: जिले में कोरोना का कहर आम लोगों को प्रभावित कर ही रहा है, इसका असर राजस्व से संबंधित विभागों पर भी पड़ रहा है। जिले में भूमि निबंधन कार्यालयों की स्थिति देखें तो पिछले साल की तुलना में 29 मई से कार्यालय खुलने के बाद आधा ही राजस्व विभाग को प्राप्त हो पाया है। इन दिनों भूमि निबंधन 35 से 40 ही एक दिन में हो रहा है।
लॉकडाउन हटने के बाद मई महीने में मात्र छह दस्तावेजों का ही भूमि निबंधन हो पाया था। वहीं जून में सदर में 804 और जिले के सभी निबंधन केंद्रों को मिलाकर 1548 दस्तावेजों का निबंधन हुआ था। जबकि इसी महीने में पिछले साल सिर्फ सदर में 1390 और पूरे जिले के निबंधन कार्यालय को मिलाकर 3600 दस्तावेजों का निबंधन हुआ था। इस माह चार जुलाई को लिक फेल था इसलिए छह जुलाई को दोनों का मिलाकर 66 दस्तावेज का निबंधन हुआ। जिससे 23 लाख 27 हजार 82 रुपये, सात को 45 दस्तावेज 36 लाख 88 हजार 956, आठ को 38 दस्तावेज, 23 लाख 48 हजार 289 सौ राजस्व की प्राप्ति हुई ही। नौ जुलाई को लिक बाधित होने से कार्य ठप था।
बिना मास्क के प्रवेश पर पाबंदी
निबंधन कार्यालय के मुख्य गेट पर बिना मास्क के अंदर प्रवेश पर पाबंदी है। हालांकि इस कार्यालय में अधिक लोग प्रवेश करते हैं। इसलिए विभाग को सैनिटाइज्ड मशीन लगाने की अनुमति देनी चाहिए।
क्या कहते हैं अधिकारी
आंकड़ा पिछले साल का देखा जाए तो कोरोना संक्रमण का असर निबंधन पर साफ-साफ दिख रहा है। शारीरिक दूरी का पालन करने लिए गोल-गोल घेरा बनाए गए हैं। साथ ही बिना मास्क के अंदर प्रवेश पर रोक लगाई गई है।
तारकेश्वर पांडेय, जिला अवर निबंधक, सिवान