जलसा-ए ईद मिलादुन नबी का आयोजन
तरवारा पुरानी बाजार में जलसा-ए-ईद मिलादुन नबी रविवार की रात संपन्न हो गया।
सिवान। तरवारा पुरानी बाजार में जलसा-ए-ईद मिलादुन नबी रविवार की रात संपन्न हो गया। इस दौरान विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए। इसकी शुरुआत तरवारा बाजार स्थित मदरसा जामिया बरकातिया अनवारुल उलूम के उलेमाओं एवं शोआराओं ने की। जलसा की शुरुआत नाते पाक से हुई। सदारत मौलाना मुफ्ती फैयाज कादरी ने की। मोहम्मद साहब के जन्म दिन के उपलक्ष्य में मानवाधिकार संगठन के राष्ट्रीय संयोजक मस्तान असगर अली वारसी ने जमकर नारे लगाए। इसमें सिवान के अलावा कई अन्य जिलों से भी लोग आए थे। इस मौके पर मौलाना गुलाम गौस कादरी, शायर अख्तर जिया मुजफ्फरपुरी, इरफान रजा सिवानी, मौलाना हामिद रजा, मुफ्ती इश्तेयाक रजा, मौलाना अहमद रजा, मौलाना गुलाम सरवर फैजी, मौलाना एखलाक कादरी, इफ्तेखार अली उर्फ सोनू बाबू, मुन्ना राय, गोल्डेन बाबू, रोमी राजा उर्फ रॉकी बाबू, सद्दाम अंसारी, नौशाद अंसारी, समाजसेवी लालबहादुर कुमार ¨सह, शमशीर अंसारी, महफूज अंसारी समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। बड़हरिया प्रखंड के पडरौना गांव में मिलादुन नबी के अवसर पर प्रमुख के पति ऐनुल्लाह सैफी के नेतृत्व में जलसा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना सब्बीर अहमद ने की। उन्होंने कहा कि मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर सभी को चलना चाहिए। हाफिज तौफीक राजा, हाफिज कामरान सैफी, मौलाना वसीम अहमद, मौलाना नसरुद्दीन साहब ने अपने तकरीर में नबी पाक की जीवनी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को सफल बनाने में जदयू के प्रदेश महासचिव अमीरुल्लाह सैफी, रिजवान सैफी, कामरान सैफी, जमाल सैफी, पप्पू खान सहित अन्य लोगों की सराहनीय भूमिका रही।