खरीफ सीजन में रोपनी फसल से अधिक पड़े क्षतिपूर्ति के आवेदन
जिले को सुखाड़ घोषित किए जाने के बाद सरकार ने खरीफ सीजन में बोई गई फसल की क्षतिपूर्ति देने की घोषणा क
जिले को सुखाड़ घोषित किए जाने के बाद सरकार ने खरीफ सीजन में बोई गई फसल की क्षतिपूर्ति देने की घोषणा की है। इसको लेकर इन दिनों
सुखाड़ से हुए फसल क्षति का ब्योरा देते हुए कृषि विभाग की साइट पर निबंधन कराकर आवेदन कर रहे हैं। आवेदन 25 नवंबर तक लिए जाएंगे। इधर अब तक किसानों द्वारा किए गए आवेदनों की जब पड़ताल की गई तो इसमें गड़बड़झाला सामने आया। आंकड़ों के अनुसार जिले में खरीफ सीजन में अच्छादित फसल से अधिक की क्षतिपूर्ति का आवेदन किसानों ने किया है। जो कृषि विभाग के लिए ही नहीं सरकार के लिए भी सिरदर्द बन गया है। डीएओ ने यह आंकड़ा देखने के बाद विभाग के प्रधान सचिव को सूचित करते हुए सभी बीएओ व कृषि समन्वयकों को आवेदकों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया है। साथ ही प्रखंडवार लक्ष्य के अनुसार ही क्षतिपूर्ति के आवेदन स्वीकृत करने को कहा है। गौरतलब हो कि जिले में खरीफ सीजन में 95000 हजार हेक्टेयर ही फसल का अच्छादन हुआ था। यही जिले का लक्ष्य भी था। लेकिन कृषि विभाग की साइट से प्राप्त आंकड़े अनुसार अबतक एक करोड़ 40 लाख हेक्टेयर में फसल क्षति का किसानों ने आवेदन कर दिया है। इसके बावजूद कई किसान अभी आवेदन करने से वंचित हैं।
जब आवेदनों की पड़ताल की गई तो इसमें कई त्रुटियां सामने आईं कई किसानों ने अपने परिवार के कई सदस्यों के नाम से आवेदन कर दिया है। इससे विभाग का सारा आंकड़ा फेल हो गया है। जिले में कुल 58 हजार नौ सौ 37 किसानों ने कॉमन सर्विस सेंटर व बसुधा केंद्र से आवेदन कर चुके हैं। इनके आवेदन के अनुसार 67 करोड़ 39 लाख 56 हजार से अधिक के अनुदान का क्लेम किया गया है। यह हाल सिवान जिले का ही नहीं है, बल्कि राज्य के पूरे जिले का है। राज्य भर में देखें तो छह अरब 35 करोड़, 61 हजार से अधिक का क्षतिपूर्ति राशि का क्लेम है। ये है खरीफ सीजन में अच्छादित फसलक्षति का हेक्टेयर में क्लेम
फसल का नाम हेक्टेयर में
शाश्वत फसल 22
जूट 67
धान 58607
मक्का 222
दलहन 3
तेलहन 6
सब्जी 9
औषधीय 1 क्या कहते हैं अधिकारी
आवेदन की स्थिति को देखते हुए प्रधान सचिव को सूचित कर दिया गया है। साथ ही जिलास्तर पर सभी बीएओ व कृषि समन्वयकों को निर्देश दिया गया है कि आवेदन करने वाले किसानों का भौतिक सत्यापन करें। साथ ही प्रखंड में खरीफ सीजन में विभिन्न फसल की बोआई के दिए गए लक्ष्य के अनुसार ही आवेदन स्वीकृत करें।
अशोक कुमार राव, जिला कृषि पदाधिकारी, सिवान