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इफ्तार में खजूर खाना सुन्नत-ए-रसूल

खजूर से इफ्तार करना सुन्नत-ए-रसूल है। नबी-ए-करीम सलल्लाहो अलैहेवसल्लम खजूर बहुत पसंद करते थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Jun 2017 03:01 AM (IST)Updated: Sun, 04 Jun 2017 03:01 AM (IST)
इफ्तार में खजूर खाना सुन्नत-ए-रसूल
इफ्तार में खजूर खाना सुन्नत-ए-रसूल

सिवान। खजूर से इफ्तार करना सुन्नत-ए-रसूल है। नबी-ए-करीम सलल्लाहो अलैहेवसल्लम खजूर बहुत पसंद करते थे। वे इफ्तार में खजूर शामिल करते थे। उन्हे मीठी चीजें ज्यादा पसंद थीं। इनमें खजूर भी शामिल था। हदीश शरीफ में है कि रोजा मीठी चीज से खोलें। खजूर हो तो बेहतर है, नहीं तो पानी ही सही, क्योंकि पानी पाक है और पाक चीज अल्लाह को पसंद है। यही कारण है कि इफ्तार में खजूर का सेवन सुन्नत है। रमजान मे सुन्नत का सवाब फर्ज के बराबर है। बाजार में सऊदी अरब, ओमान, इंडोनेशिया, ईरान और इराक से आयातित खजूर भी उपलब्ध है। बाजार में कई किस्म के खजूर उपलब्ध हैं। वैसे तो इस समय शावानी, खुबानी, शुमरी, कश, तईबा, मगरुम, सगई, अजवा, हयात, चाकलेट खजूर, बादाम खजूर समेत कई प्रकार के खजूर बाजार में बेचे जा रहे हैं। इनमें सर्वाधिक मांग हयात खजूर की है, क्योंकि यह सबसे सस्ता है। इस समय इसकी कीमत 250 रुपये प्रति किलो है लेकिन अजवा खजूर सर्वाधिक पसंद किया जाता है। इस समय इसकी कीमत ढाई से चार हजार रुपये प्रति किलो है। मान्यता है कि नबी ए करीम हजरत महम्मद सल. ने कुछ खजूर के पेड़ लगाए थे। उन्हीं पेड़ों के खजूर अजवा कहे जाते हैं। इन्हें बड़े आदर के साथ सेवन किया जाता है। कहा जाता है कि खजूर में सेहत का खजाना है। इसमें विटामिन ए, बी-6, बी-12, सी, सोडियम, कैल्शियम, सल्फर, क्लोरीन, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस, आयरन, फाइबर आदि मौजूद होते हैं। रोजेदार को इफ्तार और सेहरी दोनों समय इसका सेवन करना चाहिए। रोजा से उत्पन्न थकान, कमजोरी और डीहाइड्रेशन को दूर करता है। यह शरीर को उर्जा प्रदान करता है। यह तात्कालिक ऊर्जा को बढ़ावा देने में सहायक है। यह भूख महसूस नहीं होने देता। दिल के मरीजों के लिए लाभदायक होता है और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है। पाचन क्रिया में सहायक है। कब्ज से छुटकारा दिलाता है। ब्लड प्रेशर में कमी लाने में काफी सहायक है। हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है। लकवा के खतरा को कम करता है। इसके सेवन से कोलोस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। मानसिक और शारीरिक शक्तिवर्धक है। खांसी, बुखार, सांस रोग, पेचिस, रतौंधी, दंत रोग में लाभदायक है।


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