चांद का हुआ दीदार, कोरोना की काली छाया के बीच आज मनेगी ईद
ईद के चांद के दीदार की ख्वाहिश हर किसी शख्स के मन में होती है। ईद उल-फितर इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से उसके दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। सोमवार को ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाएगा।
सिवान । ईद के चांद के दीदार की ख्वाहिश हर किसी शख्स के मन में होती है। ईद उल-फितर इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से उसके दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। सोमवार को ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाएगा। जामा मस्जिद के शाही इमाम ने रविवार को चांद दिखने का एलान किया। इसके साथ ही ईद की घोषणा कर दी गई थी। बता दें कि इस बार कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण ईद को घर पर ही परिवार के साथ मनाया जाएगा। वैसे ईद उल फितर इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि पूरे महीने अल्लाह की इबादत करते हैं, रोजा रखा जाता है और आत्मा को शुद्ध करते है। जिसका अज्र मिलने का दिन ही ईद कहलाता है। इमाम महफुर्जुर रहमान काशमी ने बताया कि 30 दिनों तक रोजा मुकम्मल रखने की खुशी में अल्लाह ने अपने बंदों को इनाम के तौर पर ईद खुशी की नमाज भेंट की है। हर वर्ष एकसाथ सामूहिक रूप से मस्जिदों व ईदगाहों में ईद की नमाज होती थी, पर इसबार कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन है। इस वजह से ईद की नमाज भी जुमे की नमाज की तरह घर पर ही अदा होगी। मुस्लिम उलेमाओं की मानें तो अगर सामूहिक रूप से ईद की नमाज नहीं पढ़ सके तो घर पर ही चार रिकत चाश्त की नमाज अदा करनी चाहिए। लॉकडाउन को लेकर जहां रामजान का पर्व फीका रहा है, वहीं ईद को लेकर मुस्लिम युवक व युवतियों में खासा उत्साह भी है। बरकत और रहमत का महीना फिर से जल्दी आए इसके लिए अल्लाह से इबादत भी की गई।