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शिवालयों में पहली बार भक्त नहीं कर पाएंगे जलाभिषेक

जिले के दो प्रमुख शिव मंदिरों पर इस बार सावन महीने में काफी सख्ती रहेगी। मंदिर में शिवलिग पर जल चढ़ाने के साथ मेला के आयोजन पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 10:48 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 10:48 PM (IST)
शिवालयों में पहली बार भक्त नहीं कर पाएंगे जलाभिषेक
शिवालयों में पहली बार भक्त नहीं कर पाएंगे जलाभिषेक

जाटी, सिवान: जिले के दो प्रमुख शिव मंदिरों पर इस बार सावन महीने में काफी सख्ती रहेगी। मंदिर में शिवलिग पर जल चढ़ाने के साथ मेला के आयोजन पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है। यहां तक की भक्तों की निगरानी के लिए दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गई है। ऐसा दोनों मंदिर के इतिहास में पहली बार इसबार के सावन महीने में भोले बाबा का भक्त जलाभिषेक नहीं कर पाएंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद बाजार जब खुले तो कपड़ा दुकानदारों ने यह उम्मीद जताई कि ईद में बिक्री कुछ होगी और आमदनी भी होगी। लेकिन सोच के विपरीत बाजार बूम नहीं कर सके। इसके बाद लोगों ने यह उम्मीद की थी कि सावन में कांवरियों द्वारा वस्त्र की खरीदारी की जाएगी लेकिन अब मंदिरों के कपाट को बंद रखने का निर्देश जारी होने के बाद फिर से इन दुकानदारों में मायूसी छा गई है। बाजारों में दुकानदारों ने भी इस बार गेरुआ रंग के वस्त्र नहीं मंगवाएं हैं। दुकानों में इस तरह के कपड़े नहीं दिख रहे हैं। कपड़ा विक्रेता बंटी कुमार गुप्ता, शंभूनाथ प्रसाद ने बताया कोरोना वायरस की वजह से लोगों में डर का माहौल है तथा प्रशासन के द्वारा मंदिरों को पूरे सावन भर बंद करा दिया गया है। इसकी वजह से गेरुआ वस्त्र खरीदने के लिए ग्राहकों में उत्साह नहीं है। अनलॉक एक की शुरुआत हुई तो लगा कि धीरे-धीरे सबकुछ सामान्य हो जाएगा। इसलिए हमने कुछ गेरुआ वस्त्र मंगा लिए थे। अब यह नुकसान फिर से झेलना पड़ेगा।

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