68.61 प्रतिशत राजस्व की ही नगर परिषद कर पायी है वसूली
सरकारी स्तर पर भले ही राजस्व की वसूली के लिए विभागों पर दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन यहां कई सरकारी कार्यालय राजस्व के लक्ष्य को पूर्ण करने की दिशा में सफल होते नहीं दिख रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 में नगर परिषद 68.61 प्रतिशत राजस्व की ही वसूली कर पाया है।
सिवान । सरकारी स्तर पर भले ही राजस्व की वसूली के लिए विभागों पर दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन यहां कई सरकारी कार्यालय राजस्व के लक्ष्य को पूर्ण करने की दिशा में सफल होते नहीं दिख रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 में नगर परिषद 68.61 प्रतिशत राजस्व की ही वसूली कर पाया है। आंतरिक संसाधन समिति के जो आंकड़े सामने आये हैं, वे काफी चौकाने वाले हैं। राजस्व प्राप्त करने की महत्वपूर्ण कड़ी में से एक नगर परिषद वर्तमान वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर पाया है। प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो विभाग द्वारा कुल मांग वार्षिक चालू बकाया की राशि 5 करोड़ 16 लाख 19 हजार 640 रुपये थी। जबकि फरवरी माह तक विभाग द्वारा मात्र 3 करोड़ 54 लाख 16 हजार 624 रुपये की हीं वसूली की गई है। इन आंतरिक संसाधनों से की गई है वसूली :
नगर परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में 3 करोड़ 54 लाख 16 हजार 624 रुपये आंतरिक संसाधनों से वसूली की गई है। इनमें गृह कर (संपत्ति कर) से 1 करोड़ 25 लाख 31 हजार 711 रुपये, दंड की राशि 10 लाख 24 हजार 766 रुपये, सरकारी भवन पर गृह कर(संपत्ति कर) से 1 लाख 99 हजार 259 रुपये , टीन टिकट से 2 लाख 80 हजार रुपये, बस स्टैंड से आय 1 करोड़ 49 लाख 26 हजार 250 रुपये, श्रद्धानंद बाजार (सब्जी मंडी) 38 हजार रुपये, नगर परिषद दुकान का किराया से 12 लाख 72 हजार 498 रुपये, विलंब शुल्क 79 हजार 304 रुपये, ट्रेड लाइसेंस से 97 हजार 500 रुपये, नक्शा से 23 लाख 75 हजार 601 रुपये, नामांकन से 61 हजार 770 रुपये, टावर से 13 लाख 74 हजार रुपये तथा विविध संसाधनों से 11 लाख 55 हजार 956 रुपये शामिल हैं। क्या कहते हैं जिम्मेदार :
यह रिपोर्ट फरवरी तक की है। मार्च में अभी आंकड़ा बढ़ने वाला है। वसूली की जा रही है। 80 प्रतिशत तक का आंकड़ा पार कर लिया जाएगा।
अजीत कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद सिवान।