सरयू में उफान जारी, दरौली और सिसवन में खतरे के निशान को पार किया पानी ने
जिले में सरयू का उफान जारी है। गत दिवस गुरुवार से करीब 40 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा
सिवान। जिले में सरयू का उफान जारी है। गत दिवस गुरुवार से करीब 40 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा है। इसके कारण दरौली में खतरे के निशान से आठ तथा सिसवन में 25 सेमी ऊपर तक पानी पहुंच चुका है। लगातार पानी बढ़ने से तटबंधों को खतरा उत्पन्न हो गया है। इसे बचाने के लिए बालू की करीब 61 हजार बोरियों को भरकर तैयार रखा गया है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता तटबंध की सुरक्षा में लगे हुए हैं। गुठनी में एसडीओ अतुलोश कुमार, दरौली में एसडीओ विष्णुदेव पासवान तथा जेई सुनील कुमार और सिसवन में जेई मनोज कुमार सिन्हा को लगाया गया है। जिलाधिकारी ने भी आसन्न बाढ़ के मद्देनजर अलर्ट घोषित करते हुए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी हैं। सदर अस्पताल समेत सभी पीएचसी एवं स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर आवश्यक दवाओं के साथ चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। प्रशिक्षित नाविकों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। हालांकि बाढ़ नियंत्रण कक्ष से बताया गया कि घबराने जैसी कोई बात नहीं है। स्थिति अभी नियंत्रण में है। शनिवार तक कुछ पानी और बढ़ेगा। रविवार से पानी का घटना शुरू हो जाएगा।
हमारे दरौली संवादसूत्र के अनुसार सरयू नदी तट के नजदीक कुजड़ा टोली के करीब तक पानी पहुंच चुका है। अमरपुर गांव के हफीज मियां, सलामत मियां भगवत शरण राय, रामप्रीत गोड़ सहित अन्य लोगों के घर के पास पानी का पहुंचाना शुरू हो गया है। चकदह में ताल घोड़ी सहित हथौड़ी, परमानंदपुर, रामपुर निकरी नाला के आसपास लगभग एक हजार बीघा खेत में पानी भर जाने से खरीफ की फसलें प्रभावित हुई हैं।
सिसवन में बाढ़ की स्थिति ज्यों की त्यों
संसू, सिसवन : प्रखंड में सरयू नदी में बाढ़ की स्थिति जस की तस बनी हुई है। कचनार, भागर, सिसवन, साईंपुर, ग्यासपुर में सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से तटबंधों पर काफी दबाव हो गया है। सबसे भयावह स्थिति ग्यासपुर गांव के तटबंध पर है, वहां सरयू नदी अपने रौद्र रूप में दिखाई दे रही है। ग्रामीणों के अनुसार उनकी नींद उड़ गई है। सिसवन के श्मशान घाट काली मां के मंदिर के पासपानी सिसवन-मांझी मुख्य मार्ग को छू गया है, हालांकि मार्ग पर अभी ज्यादा दबाव नहीं है। धीरे-धीरे चंवर इलाके में धान की फसल डूब रही है।
ग्यासपुर गांव में घुसा पानी, खेतों में कटाव जारी
संसू, गुठनी : प्रखंड क्षेत्र के तीर बलुआ, ग्यासपुर, खड़ौली और मैरिटार समेत दर्जनों गांवों के खेतों में सरयू की पानी घुस जाने से सैकड़ों एकड़ खरीफ फसल बर्बाद होने के कगार पर है। ग्यासपुर गांव से पश्चिम ओर सरयू और गंडकी के संगम पर पानी इतना अधिक पानी हो गया है कि बलुआ और तीर बलुआ की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। गुठनी के सीओ विजय तिवारी, बीडीओ आशुतोष कुमार और प्रखंड प्रमुख कामोद नारायण ¨सह ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। बाढ़ नियंत्रण विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों ने बताया कि तीर बलुआ से ग्यासपुर तक नदी के किनारे बांध और बीच में पुलिया बनाने की जरूरत है, जिससे गांवों में पानी नहीं घुसे और पुलिया के माध्यम से लोगों का आवागमन भी शुरू हो जाएगा। ग्यासपुर गांव में सरयू नदी के किनारे पर स्थित रामजानकी मंदिर के महंथ सियाराम दास ने बताया कि ग्यासपुर के अधिकांश खेत जलमग्न हो गए हैं। बांध नहीं होने के कारण नदी का पानी गांव में भी घुसने की संभावना है। ग्यासपुर निवासी भजन राजभर ने बताया कि गांव में पानी घुस रहा है। दियारा में बसे लोग माल मवेशी समेत गांव में भाग रहे हैं। लगातार पानी बढ़ने से लोग परेशान हो गए हैं। इसी गांव ललन राजभर ने कहा कि बाढ़ विभाग द्वारा किसी भी तरह की तैयारी नहीं की गई। केवल अधिकारी लोग आते हैं और पूछताछ करके चले जाते हैं। श्यामदेव राजभर ने बताया कि जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। दियारा क्षेत्र से लोग पशु और अपने रोजमर्रा के सामान के साथ सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। तीरबलुआ निवासी जंग बहादुर राजभर ने बताया कि तीरबलुआ से ग्यासपुर तक बंधा बनाने की बहुत आवश्यकता है। बंधा नहीं रहने से गांव में पानी घुस जाता है।
जर्जर तटबंध की नहीं कराई गई मरम्मत, पानी पहुंचा करीब
संसू, रघुनाथपुर :
प्रखंड के आदमपुर गांव के पश्चिम तरफ घोघरा के जर्जर तटबंध की मरम्मत न कराए जाने से ग्रामीण दहशत में है। पानी इसके करीब पहुंच चुका है। ट्रैक्टर आने-जाने से यहां बांध काफी कट गया है। पानी बढ़ा तो यहां यह टूट सकता है। दिलीप ने बताया कि कई माह से इसी प्रकार से बांध क्षतिग्रस्त है। सीओ ब्रजबिहारी कुमार ने बताया कि सूचना बाढ़ नियंत्रण विभाग के जेई सुनील कुमार को दे दी गई। मिट्टी भरवाने को कहा गया है।